न हम आंख दिखायेंगे और न आंख झुकायेंगे: मोदी
पणजी :आइएनएस विक्रमादित्य का अवलोकन करके सेना को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘न हम आंख दिखायेंगे और न आंख झुकायेंगे’. उन्होंने कहा कि मैं नौसेना को शुभकामनायें देता हूं. कोई भारत को अब आंख नहीं दिखा सकेगा. वन रैंक वन पेंशन लागू की जायेगी. उन्होंने एक राष्ट्रीय स्तर का वार […]
पणजी :आइएनएस विक्रमादित्य का अवलोकन करके सेना को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘न हम आंख दिखायेंगे और न आंख झुकायेंगे’. उन्होंने कहा कि मैं नौसेना को शुभकामनायें देता हूं. कोई भारत को अब आंख नहीं दिखा सकेगा. वन रैंक वन पेंशन लागू की जायेगी. उन्होंने एक राष्ट्रीय स्तर का वार मेमोरियल बनाने की बात भी की.
दस साल पहले खरीदा गया युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य आज औपचारिक रूप से राष्ट्र को समर्पित किया गया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अरब सागर में गोवा तट पर देश के सबसे बड़े युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पहुंचे. प्रधानमंत्री इस युद्धपोत पर सी किंग हेलीकॅप्टर से पहुंचे.
युद्धपोत पर पहुंचने पर नौसेना ने प्रधानमंत्री को पारंपरिक गार्ड ऑफ आनर पेश किया. उन्हें युद्धपोत के बारे में भी जानकारी दी गयी. मोदी मिग 29 विमान पर भी बैठे और गोवा तट पर तैर रहे इस पोत पर युद्धक विमान का अनुभव लिया.प्रधानमंत्री 44,500 टन के युद्धपोत पर कुछ घंटा ठहरेंगे और अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत एवं विमानों का अभ्यास देखेंगे. यह नये प्रधानमंत्री का किसी रक्षा प्रतिष्ठान का पहला दौरा है.
26 मई को पद संभालने के बाद से प्रधानमंत्री का दिल्ली के बाहर यह पहला दौरा होगा. रूस से 15,000 करोड़ रुपये से अधिक में हासिल 44,500 टन वाले विक्रमादित्य पर अपने दौरे के दौरान मोदी मिग 29 के, सी हैरियर्स, पी 81 विमान, टी यू 142 एम और आई एल-38 एस डी समुद्री निगरानी विमानों के अलावा कामोव और सी किंग हेलीकॉप्टरों के साथ विभिन्न नौसैन्य विमानों की ‘वायु शक्ति प्रदर्शन’ का साक्षी बनेंगे.
अधिकारियों ने कहा कि वह आइएनएस विराट, दिल्ली श्रेणी विध्वंसक और तलवार श्रेणी पोत सहित नौसेना की पश्चिमी बेड़े के जहाजों का कौशल भी देखेंगे. मोदी के जहाज पर नौसेना अधिकारियों और नाविकों को भी संबोधित करने की उम्मीद है. वह पोत पर विमान की आवजाही परिचालन संबंधी शोर बेस्ट टेस्ट फैसिलीटी का भी उद्घाटन करेंगे.