अयोध्या मामला : अखिल भारतीय संत समिति का ‘धर्मादेश’ शुरू, दिल्ली में जुटे तीन हजार साधु-संत राम मंदिर निर्माण पर एकमत
नयी दिल्ली/ लखनऊ : अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर आरएसएस के बयान के एक दिन बाद शनिवार को लखनऊ से दिल्ली तक सियासी पारा चढ़ा रहा. अयोध्या मुद्दे पर चर्चा को लेकर जहां दिल्ली में 3000 साधु-संत जुटे और हर हाल में मंदिर बनाने की बात कही, वहीं यूपी सरकार ने कहा […]
नयी दिल्ली/ लखनऊ : अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर आरएसएस के बयान के एक दिन बाद शनिवार को लखनऊ से दिल्ली तक सियासी पारा चढ़ा रहा. अयोध्या मुद्दे पर चर्चा को लेकर जहां दिल्ली में 3000 साधु-संत जुटे और हर हाल में मंदिर बनाने की बात कही, वहीं यूपी सरकार ने कहा है कि मामला कोर्ट में है, मंदिर कब बनेगा यह नहीं बता सकते हैं.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा लगाने से हमें कोई नहीं रोक सकता. इस बीच अखिल भारतीय संत समिति के कार्यक्रम ‘धर्मादेश’ में पूर्व सांसद और विहिप नेता डॉ रामविलास वेदांती ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण इस साल दिसंबर में शुरू हो जायेगा.
यह निर्माण बिना किसी अध्यादेश के आपसी सहमति से अयोध्या में ही किया जायेगा, जबकि मस्जिद लखनऊ में बनायी जायेगी. सम्मेलन में झारखंड प्रतिनिधि के रूप में भाग लेने गये स्वामी दिव्यानंद ने कहा कि यहां जुटे साधु-संत एकमत से राम मंदिर बनाये जाने के पक्ष में हैं. हर हाल में आम चुनाव के पहले मंदिर बनेगा. केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की प्रतिमा नहीं बनेगी, तो किसकी बनेगी?
मस्जिद का जिक्र करने पर वेदांती का विरोध : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वेदांती द्वारा मस्जिद का जिक्र करने पर उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. अचानक मंच से संत हंसदेवाचार्य ने कहा कि मस्जिद किसी भी हालात में नहीं बनेगी. सांप्रदायिक सौहार्द दोनों तरफ से होना चाहिए.
न झुकेंगे, न रुकेंगे, बस मंदिर वहीं बनायेंगे. इसके बाद वहां मौजूद सभी साधु-संतों ने भी वेदांती की बातों का विरोध किया. दरअसल, 29 अक्तूबर को सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद को यह कहते हुए तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया था कि अब हम इस पर जनवरी में सुनवाई होगी. इसके बाद वीएचपी और शिवसेना समेत कई दलों ने राम मंदिर पर कानून लाने की मांग की है.
छह दिसंबर को करेंगे मंदिर का शिलान्यास
भाजपा नेत्री साध्वी प्राची ने कहा है कि रामजी का मंदिर धूमधाम से बनेगा. इसका शिलान्यास भी हमें छह दिसंबर को ही करना है. उन्होंने कहा कि अयोध्या के अंदर हिंदुस्तान के हिंदुओं को बुलाओ और राम मंदिर की घोषणा करो. इसके बाद किसी की जरूरत नहीं है. राम मंदिर बन जायेगा.
अयोध्या में भगवान राम की 151 मीटर ऊंची मूर्ति लगेगी
लखनऊ : गुजरात में सरदार सरोवर बांध के पास सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा बनने के बाद अब अयोध्या में राम की सबसे बड़ी मूर्ति बन सकती है. मूर्ति का निर्माण उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरयू तट कराया जा सकता है. यह प्रतिमा 151 मीटर ऊंची होगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसकी घोषणा खुद सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ दीपावली पर कर सकते हैं. इस बार दीपावली के उपलक्ष्य में अयोध्या के घाटों पर तीन लाख दीये जला कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की योजना है.
कोर्ट के निर्णय में देर, तो संसद में बिल
बाबा रामदेव ने कहा है कि संतों व राम भक्तों ने संकल्प किया है कि राम मंदिर में अब और विलंब नहीं होना चाहिए. काेर्ट के निर्णय में विलंब होने पर संसद में इस मुद्दे पर जरूर बिल आयेगा. मुझे लगता है कि इस वर्ष शुभ समाचार देश को मिलेगा. वैसे भी राम जन्मभूमि पर राम का मंदिर नहीं बनेगा, तो किसका बनेगा?
सरकार ला सकती है कानून
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस चेलमेश्वर का मानना है कि कोर्ट में मामला लंबित होने के बावजूद सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बना सकती है. जस्टिस चेलमेश्वर सुप्रीम कोर्ट के उन वरिष्ठ जजों में एक हैं, जिन्होंने केसों के आवंटन को लेकर तत्कालीन सीजेआइ पर सवाल उठाये थे.
अयोध्या में ही बनेगा भव्य राम मंदिर : उमा भारती
कटिहार : केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि अयोध्या में ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा. अयोध्या में रामलला विराजमान हैं, इसलिए मंदिर तो वहीं बनेगा. उन्होंने कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम मंदिर बनेगा.