मोदी सरकार की रणनीति से डरे माओवादी

रायपुर:केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की रणनीति से नक्सली संगठनों में हलचल मच गयी है. प्रतिबंधित संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने क्रांतिकारी संगठनों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए संभावित हमले से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. माओवादी के प्रवक्ता अभय की ओर से केंद्र सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2014 7:29 AM

रायपुर:केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की रणनीति से नक्सली संगठनों में हलचल मच गयी है. प्रतिबंधित संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने क्रांतिकारी संगठनों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए संभावित हमले से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.

माओवादी के प्रवक्ता अभय की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष के लिए पत्र जारी किया है. अभय के इस पत्र में केंन्द्र सरकार को ब्राह्मणवादी सरकार बताते हुए सभी क्रांतिकारी ताकतों को एकजुट होकर मुकाबले करने की बात कही. माओवादियों की तरफ से जारी बयान में कहा कि मोदी और भाजपा सरकार से देश में शोषण, उत्पीड़न और फासीवाद को बढ़ावा मिलेगा. भाजपा को लोकसभा चुनाव में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़े गये अभियान का फायदा मिला है.

देश में कांग्रेस के खिलाफ आक्रोश था. अब भाजपा सरकार के आते ही पूरे देश में गुजरात मॉडल लागू करने की बात कही जा रही है. अभय के अनुसार गुजरात मॉडल में मजदूरों, किसानों , अल्पसंख्यकों, विशेष रूप में मुसलमानों और समाज के अन्य वर्गों का शोषण होता है. आरएसएस की आलोचना करते हुए प्रतिबंधित संगठन ने कहा कि उसने मुसलिम विरोधी हमलों को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.

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