एम्स ने सर्जरी के लिए 2024 की तारीख दी, एचसीएफआई की मदद से अगले सप्ताह होगा ऑपरेशन
नयी दिल्ली : तीन महीने की नैन्सी की दिल की सर्जरी के लिए यहां एम्स ने फरवरी 2024 की तारीख दी थी, लेकिन हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एचसीएफआई) की मदद से उसका ऑपरेशन अगले सप्ताह एक निजी अस्पताल में किया जायेगा. एचसीएफआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नैन्सी के दिल में छेद […]
नयी दिल्ली : तीन महीने की नैन्सी की दिल की सर्जरी के लिए यहां एम्स ने फरवरी 2024 की तारीख दी थी, लेकिन हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एचसीएफआई) की मदद से उसका ऑपरेशन अगले सप्ताह एक निजी अस्पताल में किया जायेगा.
एचसीएफआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नैन्सी के दिल में छेद है और उसकी तत्काल सर्जरी जरूरी है. बच्ची के पिता अजय कुमार के अनुसार उसे खांसी और सांस लेने संबंधी समस्या थी जिसके बाद उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसे दिल संबंधी समस्या का पता चला. अस्पताल के अधिकारियों ने फरीदाबाद निवासी नैन्सी के परिवार को सर्जरी के लिए एम्स ले जाने की सलाह दी. जिसके बाद अक्तूबर के मध्य में परिवार ने एम्स में उसे दिखाया. कई जांच होने के बाद उसके दिल में छेद होने की पुष्टि हुई और एम्स के डॉक्टरों ने इसके लिए सर्जरी की जरूरत बतायी. पेशे से ड्राइवर कुमार ने कहा, उन्होंने हमसे 57 हजार रुपये जमा करने को कहा, लेकिन लंबी प्रतीक्षा सूची का हवाला देते हुए सर्जरी के लिए फरवरी 2024 की तारीख दी. हम ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते क्योंकि हमारी बच्ची बहुत परेशान है.
इसके बाद परिवार ने परमार्थ संस्था एचसीएफआई से संपर्क साधा. संस्था के विशेषज्ञ दल ने उसकी जांच की और तत्काल सर्जरी करवाने का फैसला किया. एचसीएफआई के अधिकारी योगेश पंत ने बताया कि हमने एम्स प्रशासन से प्रक्रिया तेज करने और जल्द सर्जरी की तारीख देने को कहा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. कई बार लिखने के बाद भी एम्स अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की जिसके बाद संस्था ने मेदांता अस्पताल से संपर्क साधा.। प्रबंधन बच्ची को भर्ती करने और सर्जरी करने के लिए तैयार हो गया. इस सर्जरी का खर्च एचसीएफआई के समीर मलिक हार्ट केयर फाउंडेशन फंड से उठाया जायेगा. यह संस्था आर्थिक रूप से कमजोर ऐसे लोगों की मदद करती है जिनके दिल की सर्जरी की जरूरत होती है.