कनाडाई विश्वविद्यालय बन सकता है गांजा पीने की अनुमति देने वाला दुनिया का पहला विश्वविद्यालय
नयी दिल्ली : कनाडा का ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय अपने परिसर में गांजा पीने को वैध बनाने वाला दुनिया का पहला विश्वविद्यालय बन सकता है और वह इसके लिए विशेष स्थान भी बनायेगा. पिछले महीने कनाडा में गांजा रखने और बेचने को कानूनी मान्यता मिलने के बाद विश्वविद्यालय समिति परिसर में धुम्रपान और धुम्रपान उत्पाद संवर्धन […]
नयी दिल्ली : कनाडा का ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय अपने परिसर में गांजा पीने को वैध बनाने वाला दुनिया का पहला विश्वविद्यालय बन सकता है और वह इसके लिए विशेष स्थान भी बनायेगा. पिछले महीने कनाडा में गांजा रखने और बेचने को कानूनी मान्यता मिलने के बाद विश्वविद्यालय समिति परिसर में धुम्रपान और धुम्रपान उत्पाद संवर्धन नामक एक नीतिगत मसौदा लायी है.
इस मसौदा को सामुदायिक परामर्श के लिए रखा गया है और फरवरी में इस पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है. विश्वविद्यालय के काउसंल ने एक साक्षात्कार में कहा, हम मानते हैं कि जब आप किसी भी ऐसी गतिविधि को अवैध बनाते हैं जिसे लोग किसी न किसी रूप में करते हैं तो आपके इस कदम से वह व्यवहार अंदर ही अंदर बढ़ता है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर चीज या किसी भी चीज को अपराध के दायरे से बाहर रखा जा सकता है. अतएव नीति इस बात का भी ख्याल रखेंगे कि परिसर में अनुशासन भी बना रहे. इस नीति के अनुसार निर्धारित स्थलों के अलावा अन्यत्र कहीं भी गांजा पीना निषिद्ध होगा. परिसर में उसकी खेती और उसकी ब्रिकी पर भी पाबंदी होगी. नीति के अनुसार, विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को कार्य के दौरान या उससे पहले अल्कोहल एवं गांजा समेत किसी भी नुकसानदेह पदार्थ के सेवन से दूर रहना होगा.