छत्तीसगढ़ विस चुनाव : दूसरे चरण का मतदान शुरू, जानें कुछ खास बातें
रायपुर : छत्तीसगढ़ में आज विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान सुबह आठ बजे से शुरू हो चुका है. दूसरे चरण में 19 जिलों की 72 सीटों पर मतदान जारी है. सूबे में सुरक्षित और शांतिपूर्ण मतदान के लिए एक लाख से ज्यादा पुलिस बल तैनात किये गये हैं. आपको बता दें कि 12 […]
रायपुर : छत्तीसगढ़ में आज विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान सुबह आठ बजे से शुरू हो चुका है. दूसरे चरण में 19 जिलों की 72 सीटों पर मतदान जारी है. सूबे में सुरक्षित और शांतिपूर्ण मतदान के लिए एक लाख से ज्यादा पुलिस बल तैनात किये गये हैं. आपको बता दें कि 12 नवंबर को हुए पहले चरण की वोटिंग में 8 नक्सल प्रभावित जिलों की 18 सीटों पर मतदान हुआ था. राजनीतिक जानकारों की मानें तो छत्तीसगढ़ में सीधी टक्कर भले ही कांग्रेस और भाजपा के बीच हो , लेकिन अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीगढ़ ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी और सीपीआई से गठबंधन कर इस चुनाव को रोचक मोड़ दे दिया है.
वोटिंग शाम पांच बजे तक होगी. दूसरे चरण में 1,53,85,983 मतदाता 1079 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. चुनावी मैदान में विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, नौ मंत्रियों और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव हैं.
छत्तीसगढ़ का बिलासपुर, रायपुर और सरगुजा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. जहां सरगुजा पठारी इलाका है, वहीं बिलासपुर और रायपुर मैदानी क्षेत्र है. माना जाता था कि राज्य का बस्तर क्षेत्र यहां सरकार बनाने का रास्ता तय करता है. लेकिन, पिछले विधानसभा चुनाव में बिलासपुर और सरगुजा ने भाजपा के लिए सरकार बनाने का रास्ता आसान कर दिया था.
कहा जा रहा है कि इस बार भी बिलासपुर और सरगुजा क्षेत्र जो जीतेगा, उसी की सरकार बनेगी. बिलासपुर के 24 विधानसभा सीटों पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना है. बिलासपुर क्षेत्र में पांच जिले बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा और मुंगेली हैं. वहीं, सरगुजा क्षेत्र में पांच जिले सरगुजा, जशपुर, कोरिया, बलरामपुर और सूरजपुर हैं. इस क्षेत्र में विधानसभा की 14 सीटें हैं.
स्पीकर समेत नौ मंत्रियों के भाग्य का फैसला करेंगे वोटर
2013 का परिणाम
बिलासपुर : 24 सीटें
पार्टी सीटें
भाजपा 12
कांग्रेस 11
बसपा 01
सरगुजा : 14 सीटें
भाजपा 10
कांग्रेस 04
दूसरा चरण : 72 सीटें
भाजपा 43
कांग्रेस 27
अन्य 02
इस बार चुनाव में तीन फैक्टर
भाजपा ने चुनाव का पूरा दारोमदार मुख्यमंत्री रमन सिंह पर छोड़ दिया है. 2013 में जीत का अंतर कम होने से भाजपा ने पीएम मोदी को यहां आगे नहीं किया है. वहीं, कांग्रेस राहुल गांधी के नाम पर चुनाव लड़ रही है.
इस बार चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी भी चर्चा में हैं. बसपा और सीपीआइ के साथ जोगी ने गठबंधन किया है. जानकार बताते हैं कि वह खेल बिगाड़ सकते हैं.
सरगुजा क्षेत्र राजघरानों से प्रभावित
सरगुजा क्षेत्र को राजघरानों ने प्रभावित किया है. यहां के प्रसिद्ध राजघरानों में से एक सरगुजा का सिंहदेव राजघराना है, जिसके वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं. वहीं दूसरा जूदेव राजघराना है, जिसके दिलीप सिंह भाजपा के कद्दावर नेता थे.
धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर किये गये वादे मुद्दा बन गया है. रमन सरकार धान का 2100 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है, वहीं कांग्रेस ने सरकार बनने पर सीधे 2500 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा कर दिया है.