नयी दिल्ली : सीबीआई ने भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की मौत के मामले की जांच का जिम्मा ले लिया है.मुंडे की दिल्ली में 3 जून को एक सडक दुर्घटना में मौत हो गई थी. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस से मुंडे की मौत की घटना की जांच का जिम्मा लेने के बाद सीबीआई ने इस सिलसिले में एक मामला दर्ज किया है.
उन्होंने बताया कि कई राजनीतिक नेताओं ने मुंडे की सडक दुर्घटना में मौत के मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी जिसके बाद गृह मंत्रलय ने यह मामला केंद्रीय जांच एजेंसी के सुपुर्द करने की सिफारिश की थी.पिछले दिनों गठित नरेंद्र मोदी सरकार में मुंडे ने ग्रामीण विकास मंत्री का कार्यभार संभाला था.
महाराष्ट्र के लोकप्रिय, पिछडे वर्ग के नेता 64 वर्षीय मुंडे 3 जून को इंदिरा गांधी हवाईअड्डा जा रहे थे. राष्ट्रीय राजधानी के मध्य में पृथ्वीराज रोड-तुगलक रोड के गोल चक्कर पर एक अन्य वाहन ने उनकी कार को टक्कर मार दी. सडक दुर्घटना में मुंडे को आघात लगा और उनकी गर्दन एवं जिगर में चोट आई जिससे रक्तस्राव हुआ तथा भाजपा नेता की मौत हो गई.
मुंडे की कार को टक्कर मारने वाले वाहन के चालक गुरविंदर सिंह (32 वर्ष) के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है. भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी सहित महाराष्ट्र के पार्टी नेताओं ने मुंडे की मौत के मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी. मुंडे की बेटी और विधायक पंकजा मुंडे पलवे ने एक बयान जारी कर अपने दिवंगत पिता के समर्थकों से आग्रह किया था कि वे इस हादसे से राजनीतिक लाभ उठाने की कोश्शि कर रहे लोगों के बहकावे में न आएं.
पंकजा ने मुंडे की मौत के बाद कहा था ‘‘मैंने :पार्टी नेताओं से: सीबीआई जांच के बारे में बात की और मुङो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा है. मुङो विश्वास है कि वह मेरे पिता की मौत को लेकर चल रही तरह तरह की बातों को एक निष्कर्ष तक पहुंचाएंगे.’’ राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी मोदी से इस घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी ताकि ‘तथ्य’ सामने आएं और भाजपा नेता के समर्थकों की भावनाएं शांत हो सकें.