धार्मिक श्रद्धा के साथ मना गुरु पर्व, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने गुरु नानक देव को किया नमन

चंडीगढ़/नयीदिल्ली : सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जन्मदिन के अवसर पर शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा के गुरुद्वारों में हजारों श्रद्धालुओं ने मत्था टेका तथा ‘शबद कीर्तन’ सुने और ‘लंगर’ में हिस्सा लिया. अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के नाम से मशहूर हरमंदिर साहिब में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2018 10:21 PM

चंडीगढ़/नयीदिल्ली : सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जन्मदिन के अवसर पर शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा के गुरुद्वारों में हजारों श्रद्धालुओं ने मत्था टेका तथा ‘शबद कीर्तन’ सुने और ‘लंगर’ में हिस्सा लिया.

अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के नाम से मशहूर हरमंदिर साहिब में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया. गुरु नानक देव सिखों के पहले गुरु भी हैं. अधिकारियों ने बताया कि चंडीगढ़ सहित दोनों राज्यों में सभी महत्त्वपूर्ण सिख पूजागृहों के लिए सुरक्षा का घेरा बनाया गया. हरियाणा में कई जगहों पर श्रद्धालु गुरुद्वारों में पहुंचे. इनमें करनाल, अंबाला और यमुनानगर में खासी भीड़ रही. चंडीगढ़ के सेक्टर 34 में बने गुरुद्वारे में भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. गुरु नानक का जन्म पाकिस्तान के लाहौर के निकट ननकाना साहिब में वर्ष 1469 में हुआ था. एक सप्ताह पूर्व करीब 3000 सिख श्रद्धालु गुरु नानक जयंती के अवसर पर पाकिस्तान में आयोजित समारोहों में हिस्सा लेने गये थे.

ननकाना साहिब में ‘गुरुद्वारा जन्म स्थान’ में इस पर्व से संबंधित मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होता है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुपर्व के अवसर पर लोगों को बधाई दी है. कपूरथला के ऐतिहासिक सुल्तानपुर लोधी कस्बे में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर सिंह ने साल भर चलनेवाले 550 वें ‘प्रकाश पर्व’ (गुरु नानक देव जयंती) कार्यक्रमों का शुक्रवार को शुभारंभ किया. उन्होंने लोगों से गुरु नानक देव के दिखाये रास्ते पर चलने का आह्वान किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया और कहा कि गुरु नानक देवजी ने हमें सत्य, धार्मिकता और करुणा का मार्ग सिखाया. प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, वह समाज से अन्याय और असमानता को खत्म करने की दिशा में प्रतिबद्ध थे. उन्होंने शिक्षा की शक्ति में भी विश्वास किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम उन्हें उनकी जयंती पर नमन करते हैं और उनके प्रेरक विचारों को याद करते हैं.

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस की पूर्व संध्या पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये. राष्‍ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस के पवित्र अवसर पर, मैं उन्‍हें आदरपूर्वक श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं. उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने पूजा-अर्चना की आजादी, एकात्‍मकता, प्रेम और भाईचारे के मूल्‍यों पर जोर दिया. आइये मानवता के गौरव को बचाये रखने के लिए और सभी के कल्‍याण की उनकी प्रतिज्ञा और मूल्‍यों का अनुसरण करें.

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