बोलीं सोनिया गांधी- हर मां अपने बच्चों का लालन पालन अच्छे से करने की रखती है इच्छा
हैदराबाद : यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को तेलंगाना में टीआरएस प्रमुख और कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर "परिवार का शासन" चलाने के लिए हमला किया और कहा कि वह राज्य के लोगों की आकांक्षाओं पर खरे नहीं उतरे हैं. कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन का शक्ति […]
हैदराबाद : यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को तेलंगाना में टीआरएस प्रमुख और कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर "परिवार का शासन" चलाने के लिए हमला किया और कहा कि वह राज्य के लोगों की आकांक्षाओं पर खरे नहीं उतरे हैं. कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन का शक्ति प्रदर्शन करने के लिए शहर के बाहरी इलाके मेडचल में आयोजित एक रैली को राहुल और सोनिया ने संबोधित किया. इस दौरान उनके साथ गठबंधन के घटकों तेदेपा, तेलंगाना जन समिति और भाकपा के नेता भी मौजूद थे. जून 2014 में राज्य के गठन के बाद यहां पहली बार आयी सोनिया ने आंध्र प्रदेश का विभाजन करने के फैसले के कारण कांग्रेस के समक्ष उत्पन्न समस्याओं को याद किया.
उन्होंने कहा कि प्रतिकूल राजनीतिक परिणामों से अवगत होने के बावजूद कांग्रेस आगे बढ़ी और तेलंगाना का गठन किया और उसके बाद के चुनावों में इसकी कीमत चुकाई. उन्होंने रैली में कहा, "यह (तेलंगाना तैयार करना) एक आसान काम नहीं था. यह कोई छोटा फैसला नहीं था. लेकिन पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी तथा कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना के गठन का फैसला किया." कांग्रेस की मंशा तेलंगाना के गठन में अपनी भूमिका को मौजूदा चुनावों में भुनाना और राव के उस दावे को कमजोर करना चाहती है कि उनके नेतृत्व में लंबे आंदोलन के कारण केंद्र को तेलंगाना का गठन करने पर मजबूर होना पड़ा.
सोनिया गांधी के चुनाव मैदान में उतरने का फैसला स्पष्ट रूप से मतदाताओं की तेलंगाना भावनाओं के लिए अपील करने की कांग्रेस की इच्छा की उपज है. सोनिया ने लंबे समय से चुनावी रैली को संबोधित नहीं किया है. चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुख्यमंत्री राव ने केवल अपने और अपने करीबी लोगों की देखभाल की है और एक बच्चे (तेलंगाना) को परेशानी में छोड़ दिया.’ उन्होंने कहा, "दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, पिछड़े वर्गों, महिलाओं और छात्रों की अनदेखी की गयी. मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि उन्होंने उनसे क्या वादे किये और और किन पर अमल किया.’
यूपीए अध्यक्ष ने कहा कि वह "बहुत दुखी" हैं कि तेलंगाना के गठन के बाद जिस विकास की अपेक्षा थी, वह टीआरएस सरकार के दौरान नहीं हुआ. यह सरकर युवाओं को नौकरी देने में विफल रही है जिससे उन्हें निराशा हुई. सोनिया ने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं और अब भी उन्हें पानी के अभाव का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, "टीआरएस सरकार राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में असफल रही." उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान बने भूमि अधिग्रहण कानून को भी इस सरकार ने लागू नहीं किया. उन्होंने कहा कि राव की सरकार के दौरान प्रदेश के लोगों को संप्रग सरकार की मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ लोगों को नहीं मिल सका.
उन्होंने कहा, "इस रैली के माध्यम से मैं कांग्रेस और सहयोगी दलों के लिए वोट देने और उनकी जीत सुनिश्चित कराने की अपील करती हूं. तेलंगाना के विकास के लिए अपना समर्थन कांग्रेस गठबंधन को दें.’ उन्होंने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष श्रेणी की स्थिति के लिए कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चंद्रशेखर राव पर हमला किया और कहा, "पिछले पांच सालों से केवल एक आदमी ने तेलंगाना चलाया. उनके दिमाग में जो कुछ भी आया उन्होंने उसे अपने परिवार के लिए किया."
राहुल ने कहा, "मैं पूछ रहा हूं कि टीआरएस सरकार दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों के लिए क्या किया… कौन से वादे पूरे किये गए गए ?" उन्होंने कहा कि टीआरएस सरकार अब लगभग समाप्त हो गयी है. राहुल ने कहा, "गठबंधन सरकार लोगों के लिए काम करेगी, न कि एक व्यक्ति के लिए। सपने जिसके लिए आप लड़े थे (तेलंगाना के निर्माण के लिए) मुख्यमंत्री पूरा नहीं कर पाए। यह गठबंधन आपके सपनो को पूरा करेगा.’ उन्होंने कहा, "पिछले चार सालों में टीआरएस सरकार तेलंगाना के महिलाओं और युवाओं के लिए क्या किया. अगर कोई विकास हुआ हो तो यह केवल एक परिवार (केसीआर का) था.’
तेलंगाना की तुलना नवजात शिशु से करते हुए, यूपीए अध्यक्ष ने कहा कि हर मां अपने बच्चों का लालन पालन अच्छे से करने की इच्छ रखती है. उन्होंने कहा, "जब मैं तेलंगाना के (परेशान) लोगों की स्थिति को देखती हूं, तो मुझे दुख होता है.