बेंगलुरु : कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री जी परमेश्वरा ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार जल्द ही पत्रकार-कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या में शामिल संगठनों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करेगी.
पत्रकारों से बात करते हुए परमेश्वर ने यहां कहा, ‘इस अपराध में शामिल संगठनों के बारे में चर्चा नहीं की गयी, लेकिन हम जल्द ही इस पर निर्णय लेगें.’
गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने शुक्रवार को इस केस में अतिरिक्त आरोप पत्र दाखिल किया है, जिसमें हिंदू संगठन ‘सनातन संस्था’ और 18 आरोपितों के नाम हैं.
विशेष जांच दल ने इस मामले की जांच आगे भी जारी रखने की इजाजत मांगी है. वाम समर्थक और हिंदुत्व विरोधी विचारों के लिए जानी जाने वाली 55 वर्षीय लंकेश की पिछले साल पांच सितंबर को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, जिससे पूरे देश में रोष फैल गया था.
इसके बाद सिद्धरमैया सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था. एसआइटी के सूत्रों ने बताया कि इस मामले में अब तक शूटर परशुराम वाघमारे और हत्या के मास्टरमाइंड अमोल काले, सुजीत कुमार उर्फ प्रवीण और अमित देगवेकर समेत 18 लोग आरोपी हैं.
बुद्धिजीवियों एमएम कलबुर्गी, नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पनसारे की हत्या में भी इस गैंग के शामिल होने का शक है.