जम्मू-कश्मीर: मुठभेड़ में हिज्बुल के दो आतंकी मारे गये, 8 दिन में 12 से अधिक आतंकवादी ढेर
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ‘ऑपरेशन ऑलआउट’ अभी भी चल रहा है और आतंकियों के मरने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में पुलवामा के खुरु इलाके में दो आतंकियों को ढेर कर दिया है. दोनों मारे गये आतंकी हिज्बुल मुजाहिद्दीन के बताये जा रहे […]
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ‘ऑपरेशन ऑलआउट’ अभी भी चल रहा है और आतंकियों के मरने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में पुलवामा के खुरु इलाके में दो आतंकियों को ढेर कर दिया है. दोनों मारे गये आतंकी हिज्बुल मुजाहिद्दीन के बताये जा रहे हैं.
मारे गये दोनों आतंकी संगठन के कमांडर रियाज नायकू के नजदीकी थे.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलवामा जिले के अवंतिपुरा के शारशाली इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर आज सुबह तड़के सुरक्षा बलों ने तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान चल ही रहा था कि आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां बरसाईं। सुरक्षा बलों ने इसका जवाब दिया और इस तरह मुठभेड़ शुरू हो गयी.
अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया. मुठभेड़ स्थल से उनके शव बरामद कर लिए गये हैं. मारे गए आतंकियों की पहचान अदनान अहमद लोन उर्फ यूकाब और आदिल बिलाल भट उर्फ उमैर अल हिज्बी के रूप में की गयी है. अधिकारी ने बताया कि दोनों हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे.
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक लोन पुलवामा के लिए हिज्बुल का स्वयंभू जिला कमांडर था.
उन्होंने बताया कि वह आतंकी संगठन के शीर्ष कमांडरों में से एक था और वर्ष 2015 से उसका आतंक का लंबा इतिहास रहा है. वह रियाज नायकू का करीबी सहयोगी था और श्रीनगर में एक मुठभेड़ स्थल से भाग निकला था. दोनों ही आतंकी सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले और आम नागरिकों के उत्पीड़न के मामलों में वांछित थे. मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है.
बीते आठ दिन में दो दर्जन से अधिक आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है.