सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए माओवादियों ने रची थी बड़ी साजिश लेकिन…
सुकमा : माओवादी अब नये तरीके से सुरक्षाबलों को निशाना बनाने का काम कर रहे हैं हालांकि वे इसमें भी सफल नहीं हो पा रहे. दरअसल , छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक के बाद एक सुरक्षा बलों ने कई सफल आपरेशन करके माओवादियों की कमर तोड़ दी है. अब माओवादियों ने मुठभेड़ स्थल से […]
सुकमा : माओवादी अब नये तरीके से सुरक्षाबलों को निशाना बनाने का काम कर रहे हैं हालांकि वे इसमें भी सफल नहीं हो पा रहे. दरअसल , छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक के बाद एक सुरक्षा बलों ने कई सफल आपरेशन करके माओवादियों की कमर तोड़ दी है. अब माओवादियों ने मुठभेड़ स्थल से भागने का और सुरक्षाबलों निशाना बनाने का नये तरीका इजाद किया है.
गुरुवार को माओवादियों ने पुतले (माओवादी डमी) का सहारा लेकर जंगल में चमका देने की कोशिश की लेकिन जवानों ने उनकी इस हरकत को पहले ही भांप लिया. इस संबंध में केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 150वीं बटालियन के कमांडेंट डी. सिंह ने जानकारी दी कि गुरुवार को बटालियन ने सुकमा में नक्सलियों की तीन डमी बरामद की हैं, जिनके हाथों में लकड़ी के बने नकली हथियार भी थे. इन्हीं के पास एक आईइडी भी बरामद किया गया है जिसे निष्क्रिय करने का काम किया जा चुका है.
बताया जा रहा है कि डमी माओवादियों के बीच आस-पास आईईडी लगाकर जवानों को नुकसान पहुंचाने की पूरी योजना थी. लेकिन सुरक्षा बलों के जवानों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. जवानों ने अपनी सूझबूझ से माओवादियों के बड़े योजना को विफल कर दिया. माओवादियों ने गुरुवार को जवानों को फंसाने के लिए डमी नक्सली बनाकर जंगल में पेड़ की आड़ में छिपाकर रख दिया था और इसके आसपास आईईडी छिपाकर रख दिये थे.
खबरों की मानें तो सीआरपीएफ के जवान चिंतागुफा और तेमेलवाड़ा के जंगलों में माओवादियों के छिपे होने की सूचना के बाद सर्च ऑपरेशन पर निकले थे. मौके पर पहुंचने पर जवानों को डमी माओवादियों के साथ-साथ लकड़ी के हथियार नजर आये.