सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर केरल विधानसभा में नोकझोंक

तिरूवनंतपुरम : सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के मुद्दे पर सोमवार को केरल विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष में खूब नोंकझोंक हुई. यहां तक कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला के बीच भी तीखी नोक-झोंक हुई जिसके बाद सदन की कार्यवाही चौथे दिन भी बाधित हुई. यूडीएफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2018 3:44 PM


तिरूवनंतपुरम :
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के मुद्दे पर सोमवार को केरल विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष में खूब नोंकझोंक हुई. यहां तक कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला के बीच भी तीखी नोक-झोंक हुई जिसके बाद सदन की कार्यवाही चौथे दिन भी बाधित हुई.

यूडीएफ के तीन विधायकों ने सबरीमाला मंदिर मुद्दे को लेकर सदन के प्रवेश द्वार पर अनिश्चितकालीन ‘सत्याग्रह’ भी शुरू कर दिया. बैठक के दौरान नोकझोंक लगातार जारी रहने के बाद कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्ष यूडीएफ के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी. इसके कारण विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. पिछले दिनों के विपरीत सदन में माकपा की अगुवाई वाली एलडीएफ के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गये और विपक्ष के सदस्यों के साथ उनकी जुबानी जंग शुरू हो गई जिस पर अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को चेतावनी दी.

प्रश्नकाल शुरू होते ही चेन्नीतला ने विधानसभा अध्यक्ष को सूचित किया कि विपक्ष सदन की कार्रवाई चलाने में सहयोग करने के लिए तैयार है. उन्होंने बताया कि तीन विधायक वी एस शिवकुमार (कांग्रेस), पराक्कल अब्दुल्ला (आईयूएमएल) और एन जयराज (केसी एम) ने सबरीमला में सरकार द्वारा निषेधाज्ञा वापस नहीं लिये जाने के कारण विधानसभा के द्वार पर ‘सत्याग्रह’ शुरू किया है. उन्होंने कहा कि सत्याग्रह पर बैठे विधायक तीर्थयात्रियों के लिए और सुविधाओं की भी मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सचिवालय के सामने प्रदर्शन कर रही है जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ के विधायक विधानसभा में ‘सत्याग्रह’ कर रहे हैं.

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