रेप केस में फंसे केंद्रीय मंत्री निहालचंद से कांग्रेस ने मांगा इस्‍तीफा

नयी दिल्‍ली : भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री निहालचंद मेघवाल यौन शोषण के आरोप में घिरते नजर आ रहे हैं. 20 वर्षीय एक लड़की ने केंद्रीय मंत्री पर रेप का केस वापस लेने और धमकाने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने निहालचंद मेघवाल पर केस वापस लेने के लिए नौकरी का लालच देने का भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2014 10:00 AM

नयी दिल्‍ली : भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री निहालचंद मेघवाल यौन शोषण के आरोप में घिरते नजर आ रहे हैं. 20 वर्षीय एक लड़की ने केंद्रीय मंत्री पर रेप का केस वापस लेने और धमकाने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने निहालचंद मेघवाल पर केस वापस लेने के लिए नौकरी का लालच देने का भी आरोप लगाया है. साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि मेघवाल उसे धमकाने के लिए घर पर गुंडे भेजते थे.पीड़िता ने केंद्रीय मंत्री निहालचंद से इस्तीफे की मांग की है. उसने कहा, मैं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर अपनी आपबीती सुनाना चाहती हूं.

* मामला क्‍या है

दरअसल यह मामला तीन साल पुराना है. लड़की के मुताबिक उसका पति ओमप्रकाश गोडरा खाने में नशीली चीजें मिलाता था और उस पर दूसरे पुरुषों के साथ संबंध बनाने का दबाव बनाता था. उसने यह भी आरोप लगाया कि उसके पति ने घर में सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे और उसकी मदद से अश्लील वीडियो बनाया करता था. ओमप्रकाश भाजपा कार्यकर्ता है.

2011 में पीड़िता ने पति समेत कुल 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. इसी केस में मौजूदा केंद्रीय मंत्री और तत्कालीन भाजपा सांसद निहालचंद मेघवाल को भी आरोपी बनाया गया. हालांकि पुलिस की जांच में तमाम आरोप बेबुनियाद पाए गए.

* निहालचंदकोकोर्ट से नोटिस

दुष्कर्म मामले में कोर्ट से नोटिस मिलने के बाद अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री निहालचंद मेघवाल की चिंताएं बढ़ा दी हैं. रेप मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पत्र लिख कर मेघवाल को बरखास्त करने की मांग की है. आयोग ने बताया कि ऐसे मामले में आरोपी व्यक्ति को मंत्रिमंडल में मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए. इसलिए मेघवाल को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह जयपुर की एक कोर्ट ने मेघवाल को नोटिस भेजा था. इस मामले में 20 अगस्त को सुनवाई होगी.

* निहालचंद समेत 18 पर दुराचार का आरोप: वर्ष 2011 में एक महिला ने जयपुर के वैशालनगर थाने में निहालचंद समेत 18 लोगों के खिलाफ रेप का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने जांच कर 2012 में क्लोजर रिपोर्ट पेश कर दी. इस पर पीडि़ता ने सेशन कोर्ट में एफआइआर को चुनौती दी थी. इस पर निहालचंद समेत सभी आरोपी हाइकोर्ट चले गये थे.

* मौन क्यों हैं मोदी

उधर कांग्रेस ने बलात्कार के आरोपों से घिरे केंद्रीय मंत्री निहालचंद को मंत्री परिषद में बनाये रखने और इस मुद्दे पर चुप रहने पर प्रधानमंत्री की आलोचना की है. शकील अहमद ने कहा कि मोदी महिलाओं की सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन अपने मंत्री के बलात्कार के आरोपों में घिरे होने के मामले मे वह चुप हैं.

उन्होंने कहा कि किसी प्रधानमंत्री को दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए. अहमद ने ट्विटर पर कहा कि बलात्कार पीडि़त महिला टेलीविजन पर प्रधानमंत्री से आरोपी मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील कर रही है, लेकिन अति सक्रि य मोदी सोशल मीडिया पर भी मौन हैं. राजस्थान से सांसद निहालचंद पर आरोप सामने आने के बाद से ही कांग्रेस उन्हें मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग कर रही है.

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