वाड्रा की कंपनियों से जुड़े तीन लोगों पर ईडी के छापे, कांग्रेस ने कहा – बदले की भावना से कार्रवाई

नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिये जाने की जांच के संबंध में शुक्रवार को रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों से जुड़े तीन लोगों के ठिकानों पर छानबीन की कार्रवाई की. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2018 8:07 PM

नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिये जाने की जांच के संबंध में शुक्रवार को रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों से जुड़े तीन लोगों के ठिकानों पर छानबीन की कार्रवाई की. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार तय देखकर मोदी बदले की भावना से काम कर रहे हैं ताकि लोगों का ध्यान भटकाया जा सके.

वाड्रा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद हैं. छापेमारी की यह कार्रवाई दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों और बेंगलुरू में की गयी. यह कार्रवाई विदेश में जमा की गयी संपत्तियों से भी जुड़ी है. प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि वाड्रा के सहयोगियों के खिलाफ छानबीन की कार्रवाई रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लेने के संबंध की गयी है. वाड्रा की कंपनियों से जुड़े लोगों के परिसरों पर छापेमारी के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, मोदी सरकार के दिन अब पूरे हो गये हैं, पर निरंकुश बादशाह पर बादशाहत ऐसी चढ़ी है कि नियम-कानून-संविधान सब पांव तले रौंद रहे हैं. पांच राज्यों में स्पष्ट हार का सामना कर रहे प्रधानमंत्री मोदी अपने पुराने हथकंडों पर उतर आये हैं. रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ बदले व प्रतिशोध की भावना से रेड करवाओ और भाजपा की हार से ध्यान भटकाओ.

उन्होंने कहा, सीबीआई, आयकर व ईडी अब स्वतंत्र जांच एजेंसी की भूमिका की बजाय मोदीजी के निजी गुलाम की तरह काम कर रहे हैं. उन्हें न नियम कायदों की कद्र है और ना ही राजनीतिक शुचिता की चिंता. दूसरी तरफ मोदीजी प्रधानमंत्री की बजाय अब एक ‘डॉन’ की भूमिका में हैं तथा अपने गरिमामयी पद का दुरुपयोग राजनीतिक विरोधियों के प्रति बदला लेने के लिए कर रहे हैं. सुरजेवाला ने कहा, क्या आपने ऐसी सरकार देखी है जो जनता की गाढ़ी कमाई लेकर भागनेवाले भगोड़ों के लिए रेड कारपेट बिछाये. मेहुल भाई के लिए एंटीगुआ में नागरिकता का इंतजाम करे. ललित भाई को पूरा सहयोग और दुनिया घूमने की सुविधा दे. लाखों-करोड़ रुपये के बैंक घोटालों पर आंख मूंद ले. उन्होंने कहा, बादशाह ने दीवारों पर लिखी इबारत साफ पढ़ ली है और अपनी सल्तनत से जनता की बेरुखी भी भांप ली है. पांच राज्यों में विपक्ष को जीतता देख कर पूरी भाजपा और इनके नेता बौखलाहट में हैं. जनता अब इनसे कह रही है कि हमें 15 लाख रुपये दिलवाओ, हमें 2 करोड़ सालाना रोजगार दिलवाओ, हमें फसलों की दोगुनी कीमत दिलवाओ, हमें 1000 की बजाय 350 रुपए के गैस सिलेंडर दिलवाओ, हमें 40 रुपए की कीमत पर पेट्रोल और डीजल दिलवाओ.

कांग्रेस नेता ने कहा, इन प्रश्नों को सुनकर बेलगाम बादशाह के पांव तले की जमीन खिसक गयी, पसीने छूट गये. फिर क्या था! रातों-रात फरमान जारी हुआ, नये मुद्दे खोजे गये, जनता को गुमराह करनेवाले मुद्दे. कहीं दंगे कराये गये, कहीं लोगों को आपस में लड़वाया गया और उसी फेहरिस्त में पुराने मनगढ़ंत केसों को जबरदस्ती खंगाला गया और बदले की भावना से उन्हें निर्दोष लोगों पर मढ़ दिया गया. आज की छापेमारी भी मोदी सरकार की उसी आपराधिक मानसिकता के तौर-तरीके से जुड़ी है. गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिये जाने की जांच के संबंध में शुक्रवार को रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों से जुड़े तीन लोगों के ठिकानों पर छानबीन की कार्रवाई की. प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि वाड्रा के सहयोगियों के खिलाफ छानबीन की कार्रवाई रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लेने के संबंध की गयी है.

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