नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने उर्जित पटेल के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर पद से इस्तीफा देने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि आत्मसम्मान वाला कोई भी विद्वान इस सरकार में काम नहीं कर सकता.
पूर्व वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि पटेल को 19 नवंबर को हुई आरबीआई बोर्ड की पिछली बैठक में ही इस्तीफा दे देना चाहिए था. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, उर्जित पटेल के इस्तीफे से दुखी हूं, हैरान नहीं हूं. आत्मसम्मान वाला कोई भी विद्वान इस सरकार में काम नहीं कर सकता.
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उन्होंने कहा, पटेल को 19 नवंबर को इस्तीफा दे देना चाहिए था. अच्छी बात है कि उन्होंने एक और अपमानजनक बैठक से पहले पद छोड़ दिया. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार का फिलहाल एकमात्र एजेंडा रिजर्व बैंक के रिजर्व को नियंत्रण में लेने का है ताकि वह अपना वित्तीय घाटा पूरा कर सके.
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गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया. हाल में केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को लेकर उनके और सरकार के बीच तनाव पैदा होने की खबरें आ रही थीं. एक संक्षिप्त बयान में पटेल ने कहा कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपना पद छोड़ने का निर्णय किया है.
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उन्होंने अपने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है. पटेल आरबीआई के 24वें गवर्नर थे. उन्हें सितंबर 2016 में तीन साल के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया था. उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी.
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