पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का परिणाम आज, नतीजे से पहले ही कांग्रेस में सीएम पद के लिए रार
नयी दिल्ली : पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे मंगलवार को आयेंगे. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना के परिणाम से पहले राजनीतिक दलों के बीच सियासत तेज हो गयी है. सोमवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच गहन विचार-विमर्श का दौर चला. एग्जिट पोल के अनुमान से उत्साहित कांग्रेस ने कहा कि […]
नयी दिल्ली : पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे मंगलवार को आयेंगे. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना के परिणाम से पहले राजनीतिक दलों के बीच सियासत तेज हो गयी है. सोमवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच गहन विचार-विमर्श का दौर चला.
एग्जिट पोल के अनुमान से उत्साहित कांग्रेस ने कहा कि मंगलवार को पांच राज्य मोदी सरकार के खिलाफ स्पष्ट संदेश देंगे. इन राज्यों के नतीजे 2019 लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेगी. वहीं, भाजपा नेताओं ने कहा कि अंतिम परिणामों का इंतजार किया जाना चाहिए. भाजपा शासित प्रदेशों मुख्यमंत्रियों ने दावा किया कि वह एक बार फिर सरकार बनाने में कामयाब होंगे.
इधर, कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की रेस को लेकर रार मची हुई है. राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस में गुटबाजी सामने आ गयी है. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के समर्थक काफी उत्साहित हैं. समर्थकों ने राजधानी भोपाल में कई जगहों पर पोस्टर भी लगाये हैं, जिसमें कमलनाथ को मुख्यमंत्री बताया गया है. पोस्टर में कमलनाथ के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनाने के लिए बधाई दी गयी है.
यहीं नहीं, सोमवार को जब कमलनाथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे, तो उनके समर्थकों ने ‘प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा होगा, कौन होगा- कमलनाथ होगा’ के नारे लगाये. हालांकि, कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी 140 सीटों पर चुनाव जीतने जा रही है. मंगलवार तक इंतजार करें, स्पष्ट हो जायेगा. मप्र में कांग्रेस की ओर सीएम पद के दो प्रमुख दावेदार कमलनाथ व ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं. उधर, राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत व सचिन पायलट के बीच घमसान मची है. दोनों नेताओं के समर्थक एक-दूसरे की आलोचना कर रहे हैं.
मध्य प्रदेश में रिजल्ट से पहले ही समर्थकों ने कमलनाथ को बनाया सीएम, लगाया पोस्टर
तेलंगाना : मतगणना से पहले हैदराबाद में बढ़ीं गतिविधियां
तेलंगाना में भी राजनीतिक दलों की गतिविधियां तेज हो गयी हैं. भाजपा ने टीआरएस को बहुमत से कम सीटें आने पर समर्थन का संकेत दिया, वहीं एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिलकर अपना समर्थन देने की घोषणा की.
ओवैसी ने कहा कि टीआरस फिर से सत्ता में लौटेगी. बहरहाल, कांग्रेस के नेतृत्व में चार दलों के गठबंधन ‘प्रजा कुटमी’ ने राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन से मुलाकात कर त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में गठबंधन को ‘एकल इकाई’ के तौर पर देखने का अनुरोध किया. अधिकतर एग्जिट पोल्स में टीआरएस के आसानी से जीतने का अनुमान लगाया गया है.
कांग्रेस समेत 21 दलों ने दिखायी एकजुटता
संसद के शीत सत्र से पहले सोमवार को विपक्षी एकजुटता और विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस सहित 21 विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक की. बैठक में यह सहमति बनी कि ‘संविधान और संस्थाओं की रक्षा करने’ तथा भाजपा को हराने के लिए वे मिलकर लड़ेंगे. बैठक की अगुआई तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने की.
उन्होंने कहा कि जो भी भाजपा का विरोध कर रहे हैं और संस्थाओं और भारत को बचाना चाहते हैं, वह साथ आये हैं. संसद भवन सौंध में हुई बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं एचडी देवगौड़ा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अरविंद केजरीवाल, शरद पवार, ममता बनर्जी, फारुक अब्दुल्ला, सीताराम येचुरी, एस सुधाकर रेड्डी, एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन, अजित सिंह, शरद यादव, एमके मणि, बदरूद्दीन अजमल, बाबू लाल मरांडी, जीतन राम मांझी, दानिश अली, पीके कुनालीकुट्टी, एनके प्रेमचंद्रन और केजी केने शामिल हुए. हालांकि, बैठक में सपा और बसपा शामिल नहीं हुई.
विपक्षी दल संसद के भीतर और बाहर मोदी सरकार को घेरेंगे. हम मिलकर संस्थाओं और संविधान पर भाजपा के हमले को रोकेंगे. राफेल, नोटबंदी तथा दूसरे क्षेत्रों में भाजपा का भ्रष्टाचार अस्वीकार्य हैं और हम इसके खिलाफ लड़ेंगे. भाजपा और संघ को हरायेंगे. हमें मिलकर भाजपा को हराना है और इस देश की संस्थाओं की रक्षा करनी है.
राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
अलीबाबा चालीस चोर, मचाये चौकीदार का शोर. अलीबाबा राहुल गांधी ‘चौकीदार’ से बुरी तरह से डरे हुए हैं, इसीलिए पकड़े जाने से बचने के लिए शोर मचा रहे हैं. राहुल वह अलीबाबा हैं, जिसके इर्द-गिर्द 40 चोरों ने देश को लूट कर गर्त में गिराने का काम किया है. एनएसइएल के 5600 करोड़ के घोटाले के जनक जिग्नेश शाह के साथ राहुल ने डील की है.
संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता