राजस्थान के 33 जिलों की 200 में से 199 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को मतदान हुआ था. 11 दिसंबर को यहां मतगणना की शुरुआत हो गयी है. राज्य की आरक्षित सीटों का गणित एक नजर में यहां देख लें.
-प्रतापगढ़ जिले में दो विधानसभा सीटें हैं. दोनों अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं.
-झालावाड़ जिले में एकमात्र डग सीट है, जो अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है.
-बारां की चार विधानसभा सीटों में एक अनुसूचित जाति और एक अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए रिजर्व है.
-कोटा में छह विधानसभा सीटें हैं. इनमें से एकमात्र सीट रामगंजमंडी अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित सीट है.
-बूंदी की तीन में से एक विधानसभा सीट केशवरायपाटन SC के लिए आरक्षित.
-भीलवाड़ा की सात सीटों में शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति (SC) के लिए रिजर्व है.
-चित्तौड़गढ़ की छह विधानसभा सीटों में एक एससी और एक ST के लिए रिजर्व.
-बांसवाड़ा की सभी 5 और डूंगरपुर की सभी 4 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए सुरक्षित हैं.
-उदयपुर में 9 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें 6 ST के लिए आरक्षित हैं.
-सिरोही में तीन विधानसभा सीटें हैं, जिसमें एक SC और एक ST के लिए रिजर्व है.
-जालौर की पांच विधानसभा सीटों में एकमात्र जालौर सीट रिजर्व है. यह अनुसूचित जाति (SC) के लिए सुरक्षित है.
-बाड़मेर जिले में सात विधानसभा हैं. इनमें एक सीट SC के लिए सुरक्षित है.
-जोधपुर की 10 सीटों में दो सीटें SC के लिए आरक्षित हैं.
-पाली जिले में 6 सीटें हैं. इसमें एक सीट SC के लिए आरक्षित है.
-नागौर में 10 विधानसभा सीटें हैं. दो सीट SC के लिए सुरक्षित.
-अजमेर की आठ सीटों में एक SC के लिए आरक्षित.
-टोंक जिले में चार विधानसभा सीटें हैं. इनमें एक SC के लिए सुरक्षित.
-सवाई माधोपुर की चार विधानसभा सीटों में एक SC और एक ST के लिए आरक्षित.
-दौसा की पांच विधानसभा सीटों में से एक SC और एक ST के लिए सुरक्षित.
-करौली जिले में चार विधानसभा क्षेत्र हैं. इसमें तीन आरक्षित हैं. एक SC के लिए, दो ST के खाते में.
-धौलपुर की चार विधानसभा सीटों में एक सीट आरक्षित है SC के लिए.
-भरतपुर में सात विधानसभा सीटें हैं. इनमें दो सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं.
-अलवर में 11 विधानसभा सीटें हैं. तीन सीट आरक्षित हैं. दो SC और एक ST के लिए.
-जयपुर में सबसे ज्यादा 19 विधानसभा क्षेत्र हैं. इसमें पांच सीटें आरक्षित हैं. तीन अनुसूचित जाति (SC) के लिए और दो अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए.
-सीकर जिले में आठ सीटें हैं. सिर्फ एक सीट आरक्षित है अनुसूचित जाति (SC) के लिए.
-झुंझुनूं की 7 विधानसभा सीटों में एक अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है.
-चुरु की 6 विधानसभा सीटों में से एक सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए सुरक्षित.
-बीकानेर की 7 विधानसभा सीटों में एक सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित.
-हनुमानगढ़ में 5 विधानसभा सीटें हैं. एक अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित.
-गंगानगर की 6 विधानसभा सीटों में दो अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं.
-राजसमंद में 4 और जैसलमेर में 2 विधानसभा सीटें हैं. यहां कोई सीट आरक्षित नहीं है.