पांच प्रदेश में हार के बाद आधी आबादी को साधने में जुटी भाजपा: दस साल बाद हो रहा महिला मोर्चा का सम्मेलन

नयी दिल्ली : पांच प्रदेश में हुए हाल के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाली भाजपा अब आधी आबादी को साधने में जुट चुकी है. पार्टी दस साल बाद महिला मोर्चा का सम्मेलन कराने जा रही है. इस संबंध में भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष विजया राहटकर का मानना है कि 2019 के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2018 11:54 AM

नयी दिल्ली : पांच प्रदेश में हुए हाल के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाली भाजपा अब आधी आबादी को साधने में जुट चुकी है. पार्टी दस साल बाद महिला मोर्चा का सम्मेलन कराने जा रही है. इस संबंध में भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष विजया राहटकर का मानना है कि 2019 के चुनाव में ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महिला आबादी” एक बड़ा ‘समीकरण’ है जो जाति, पंथ, धर्म से परे भाजपा को 2014 के चुनाव से कहीं बड़ी जीत दिलायेगा. राहटकर ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री मोदी की न्यू इंडिया की संकल्पना में महिलाएं केंद्र में हैं. हमारा पूरा जोर पार्टी से महिलाओं की भागीदारी को और मजबूत बनाने पर है. ”

दरअसल भाजपा की रणनीति चुनावी तैयारी में महिलाओं को बराबर की भागीदारी देने की है. पार्टी का मानना है कि जिस घर की महिला पार्टी से जुड़ जाएगी, उस घर के बाकी सदस्य को कमल के साथ खड़ा करने में आसानी होगी. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद पार्टी महिला मतदाताओं पर खास जोर दे रही है. भाजपा ने अपनी रणनीति का खाका तैयार करने के लिये 21-22 दिसंबर को गुजरात के अहमदाबाद में महिला मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन की वृहद बैठक बुलाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 दिसंबर को अधिवेशन को संबोधित करेंगे.

अधिवेशन में पूरे देश से महिला मोर्चा की करीब 20 हजार कार्यकर्ता हिस्सा लेंगी. इसमें राष्ट्रीय कार्यकारणी की महिला नेता, पार्टी की राज्य कार्यकारणी की महिला सदस्य, जिला अध्यक्षों के अलावा महिला सांसद, विधायक एवं मेयर शामिल होंगी. अधिवेशन में महिला केंद्रीय मंत्रियों के हिस्सा लेने का भी कार्यक्रम है. भाजपा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में महिलाओं को पार्टी से जोड़ने पर कितना ध्यान दे रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी के राष्ट्रीय महिला मोर्चा के अधिवेशन का आयोजन 10 साल बाद हो रहा है.

महिला मोर्चा की अध्यक्ष ने दावा किया ‘‘मोदी सरकार ने सही मायने में महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए काम किया है. उज्ज्वला योजना से मुफ्त गैस कनेक्शन, सौभाग्य योजना से बिजली कनेक्शन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, शौचालय योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा लोन, इंद्रधनुष योजना से टीकाकरण, आयुष्मान योजना से उपचार, मुस्लिम महिलाओं के लिये तीन तलाक खत्म करने जैसी पहल ‘‘न्यू इंडिया’ में विश्वास से भरी महिलाओं की नयी तस्वीर बयां कर रहे हैं.”

राहटकर ने कहा, ‘‘ महिलाएं पूर्णत: भाजपा और मोदी के साथ हैं.‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महिला आबादी” एक बड़ा ‘समीकरण’ है जो जाति, पंथ, धर्म से परे भाजपा को 2014 के चुनाव से कहीं बड़ी जीत दिलायेगा.” उन्होंने कहा कि हमारा जोर संगठन को मजबूत बनाने के साथ बूथ स्तर पर महिला मोर्चा एवं कार्यकर्ताओं को सक्रिय बनाने का है. मोर्चा उन सभी महिलाओं को साथ लायेगा जिन्हें सरकार की कल्याण योजनाओं का लाभ मिला है. राहटकर ने कहा कि अहमदाबाद में अधिवेशन में दो दिन तक संगठनात्मक विषयों पर मंथन होगा और नये काम की रूपरेखा तैयार होगी. इसमें एक राष्ट्रीय प्रस्ताव पारित किया जायेगा जिसमें मोदी सरकार के नये भारत के निर्माण एवं महिलाओं की भूमिका को रेखांकित किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version