भारत ने पाक को चेताया, कहा – इमरान हमारे मामलों में दखल न दें, अपने काम से मतलब रखें

नयी दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सात भारतीय नागरिकों की मौत के मामले में की गयी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पड़ोसी देश में हस्तक्षेप करने के बजाय इस्लामाबाद अपने मामलों पर ध्यान दे जहां अव्यवस्था की स्थिति है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2018 10:35 PM

नयी दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सात भारतीय नागरिकों की मौत के मामले में की गयी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पड़ोसी देश में हस्तक्षेप करने के बजाय इस्लामाबाद अपने मामलों पर ध्यान दे जहां अव्यवस्था की स्थिति है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं के खान की टिप्पणी के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा, मुझे लगता है कि बेहतर यह होगा कि वे अपने काम पर ध्यान लगायें और अव्यवस्थित चल रहे आंतरिक मामलों को सुलझाये. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर गतिविधियां चला रहे आतंकी समूहों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है और उनकी तरफ से आ रहे बयान दोहरेपन को प्रदर्शित करता है. रविवार को खान ने पुलवामा में सात लोगों के मारे जाने की घटना की निंदा की थी और संयुक्त राष्ट्र में इस मामले को उठाने की धमकी दी थी.

इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से अपील की कि कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों का संज्ञान लें. डॉन ने प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के हवाले से खबर दी है कि गुतारेस से टेलीफोन पर हुई बातचीत में खान ने इन उल्लंघनों को खत्म किये जाने में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को चिह्नित किया. कश्मीर के पुलवामा में सात नागरिकों की हत्या की निंदा करने और मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठाने की चेतावनी देने के कुछ दिनों बाद खान ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को फोन किया. इससे अलग संघीय कैबिनेट ने अपनी बैठक में कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की निंदा की. सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि कैबिनेट की बैठक इस्लामाबाद में हुई जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री खान ने की.

Next Article

Exit mobile version