आतंकी क्षेत्र में फंसे 130 भारतीय
मालूम है कि अगवा किये गये हमारे 40 लोग कहां हैं : विदेश मंत्रालय भारतीयों को रिहा कराने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे : सुषमा नयी दिल्ली : भारत ने गुरुवार को कहा कि हिंसाग्रस्त इराक के मोसुल शहर से अपहृत भारतीय नागरिक कहां हैं, इसके बारे में उसे जानकारी है और हालात […]
मालूम है कि अगवा किये गये हमारे 40 लोग कहां हैं : विदेश मंत्रालय
भारतीयों को रिहा कराने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे : सुषमा
नयी दिल्ली : भारत ने गुरुवार को कहा कि हिंसाग्रस्त इराक के मोसुल शहर से अपहृत भारतीय नागरिक कहां हैं, इसके बारे में उसे जानकारी है और हालात सामान्य होने पर उन्हें सुरक्षित लाया जायेगा. इराक में आतंकवादियों के कब्जेवाले क्षेत्र में कुल 130 भारतीय फंसे हैं, जिनमें 40 अपहृत भारतीय शामिल हैं.
अपहृत भारतीयों की सुरक्षा को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संकट प्रबंधन समूह की दो बार बैठक की और इससे निबटने के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, ‘हमें इराक के विदेश मंत्रालय ने बताया गया है कि अपहृत भारतीयों को जहां बंधक बना कर रखा गया है, उस जगह की पहचान कर ली गयी है.’
अपहृत भारतीयों को सुरक्षित छुड़ाने की सरकार की दृढ़ इच्छा को जताते हुए सुषमा ने कहा कि वे सुरक्षित हैं और जो लोग गड़बड़ी वाले क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में फंसे हैं उन्हें सुरक्षित वापस लाने में कोई कोर कसर उठा नहीं रखी जायेगी. सुषमा ने इराक में फंसे सभी भारतीयों को सलाह दी कि वे अपने घरों से बाहर नहीं निकलें.
दहशत में परिजन
इराक में फंसे लोगों के परिजनों में दहशत का माहौल है. वे ईश्वर से उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. अगवा भारतीयों में अधिकतर पंजाब और उत्तर भारत से हैं. पंजाब के युवकों के परिजनों ने केंद्र से अपील की है कि वह भारतीयों की सुरक्षित और जल्दी वापसी सुनिश्चित करे. मोसुल में 40 पंजाबी लड़के हैं, जो वहां तारीख नूर-उल-हुडा नामक कंपनी में पिछले 10 माह से काम कर रहे थे. अमृतसर के रहनेवाले मजिंदर सिंह, हरसिमरनजीत सिंह, गुरचरण सिंह, जतिंदर सिंह, सोनू और कमलजीत सिंह रूपोवाली के परिजनों ने केंद्र से उनकी सुरक्षित वापसी में मदद करने की अपील की है. इसके साथ ही तिरकित में भारत की 46 नर्से भी फंसी हुई है.
रेड्डी बगदाद पहुंचे
इराक में भारत के पूर्व दूत सुरेश रेड्डी बगदाद पहुंच गये हैं. वह इराकी अफसरों के साथ हालात पर चर्चा करेंगे.