पंढरपुर (महाराष्ट्र) : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकर ने सोमवार को राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर वरिष्ठ सहयोगी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि ‘विश्वविजेता’ बनने की पार्टी की धारणा हाल के विधानसभा चुनावों के नतीजे से चकनाचूर हो गयी.
अयोध्या में विवादित स्थान पर राममंदिर के निर्माण के वास्ते दबाव बनाने के लिए पिछले महीने अयोध्या की यात्रा करनेवाले ठाकरे ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की शीघ्र यात्रा कर सकते हैं. शिवसेना नेता शोलापुर जिले में यहां एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उनकी पार्टी केंद्र और राज्य में भाजपा की अगुवाईवाली सरकार में घटक है. विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार को लगातार निशाने पर लेते रहे ठाकरे ने कहा कि वह पहले ही निर्णय ले चुके हैं कि आगामी आम चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन किया जाये या नहीं. शिवसेना प्रमुख ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी सभी भावी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अपने अकेले अपने बलबूते पर लड़ेगी.
पिछले छह महीने के दौरान भाजपा नेतृत्व आगामी चुनावों में शिवसेना के साथ गठजोड़ पर जोर देती रही है. अमित शाह की अगुवाईवाली पार्टी ने नियमित रूप से कहा है कि महाराष्ट्र केंद्रित यह राजनीतिक पार्टी उसकी स्वभाविक सहयोगी है और दोनों दल सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मतभेद दूर कर लेंगे. हालांकि, पंढरपुर रैली में ठाकरे राजग के अपने बड़े सहयोगी को बख्शने के मूड में नहीं दिखे.
उन्होंने कहा, विश्वविजेता बनने की भाजपा की धारणा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे से चकनाचूर हो गयी. मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा के नतीजों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मतदाताओं ने राष्ट्रीय दलों को नकार दिया है ओर मजबूत क्षेत्रीय दलों को चुना है. ठाकरे ने 2019 के आम चुनाव के लिए बिहार में जदयू, लोजपा और भाजपा के बीच सीटों के बंटवारे को अंतिम दे दिये जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा, (जदयू प्रमुख) नीतीश कुमार और (लोजपा प्रमुख) राम विलास पासवान को राममंदिर और हिंदुत्व पर अपनी राय घोषित करनी चाहिए.