दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे : मोदी
नयी दिल्ली : देश के गणतंत्र दिवस पर इस बार मुख्य अतिथि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा, ‘इस वर्ष हम बापू की 150वीं जयंती मना रहे हैं और इस बार गणतंत्र दिवस पर […]
नयी दिल्ली : देश के गणतंत्र दिवस पर इस बार मुख्य अतिथि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा, ‘इस वर्ष हम बापू की 150वीं जयंती मना रहे हैं और इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा हैं. हमारे लिए यह गर्व की बात है, क्योंकि पूज्य बापू व दक्षिण अफ्रीका का एक अटूट संबंध है.’
उन्होंने कहा कि जनवरी के गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर हम देशवासियों के मन में बहुत उत्सुकता रहती है. उस दिन हम अपनी उन महान विभूतियों को याद करते हैं, जिन्होंने हमें हमारा संविधान दिया. मोदी ने कहा कि सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन देश की एकता के लिए समर्पित कर दिया. वह हमेशा भारत की अखंडता को अक्षुण्ण रखने में जुटे रहे. सरदार पटेल की उस भावना का सम्मान करते हुए एकता के लिए ‘सरदार पटेल पुरस्कार’ शुरू कर रहे हैं. इस पुरस्कार के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘सरदार पटेल पुरस्कार उनको दिया जायेगा, जिन्होंने किसी भी रूप में राष्ट्रीय एकता के लिए अपना योगदान दिया हो एवं एकता के इस पुरस्कार के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 13 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती का पावन पर्व है. एक तरह से कहा जाये, तो पूरे भारतवर्ष को उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ. उनके जीवन-काल को देखें, तो उसमें पूरे भारत की झलक मिलती है.
उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार सुरक्षित और खाने की अच्छी आदतों को बढ़ावा देने में जुटा है. ‘ईट राइट इंडिया’ अभियान के तहत देश भर में स्वस्थ्य भारत यात्राएं निकाली जा रही हैं. यह अभियान 27 जनवरी तक चलेगा. मोदी ने कहा कि 2018 का यह अंतिम कार्यक्रम है, साल 2019 में हम फिर से मिलेंगे. आइए, नयी प्रेरणा, नयी उमंग, नया संकल्प, नयी सिद्धि, नयी ऊंचाई – आगे चलें, बढ़ते चलें, खुद भी बदलें, देश को भी बदलें.