श्रीनगर : जम्मू – कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तीन तलाक विधेयक को मुस्लिम परिवारों पर “ हमला ” बताया और कहा कि मोदी सरकार समुदाय के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बचे. उनकी यह टिप्पणी उस दिन आई जब विवादास्पद मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2018 को राज्यसभा में पेश किया गया.
यह विधेयक समुदाय के बीच प्रचलित एक बार में तीन तलाक के चलन को अपराध बनाता है. हालांकि ऊपरी सदन में विधेयक पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व में लगभग समूचे विपक्ष ने इसे प्रवर समिति में भेजने की मांग की.
मुफ्ती ने यहां संवाददाताओं से कहा, “एक मुस्लिम और एक महिला के तौर पर जो टूटी हुई शादी से गुजर चुकी है, मेरे हिसाब से जब मुस्लिमों के पारिवारिक ढांचे पर हमला हो रहा है तो इस पर बोलना मेरा कर्तव्य है.”