-महीने की पहली तारीख को वंदे मातरम का रिवाज खत्म
भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक आदेश पलट दिया है. कमलनाथ ने हर महीने की एक तारीख को मंत्रालय में गाये जाने वाले वंदे मातरम को बंद करने का फैसला लिया है. सूबे की शिवराज सरकार ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. कमलनाथ के फैसले ने सूबे की सियासत को गरम कर दिया है. बुधवार को नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
मैं और @BJP4MP के समस्त विधायक विधानसभा सत्र के पहले दिन 7 जनवरी, 2019 को प्रातः 10:00 बजे वल्लभ भवन के प्रांगण में वंदे मातरम् का गान करेंगे। इस मुहिम से जुड़ने हेतु आप सभी का स्वागत है। https://t.co/5h6W16NJSZ
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 2, 2019
वहीं मामले को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहाण ने ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि अगर कांग्रेस को राष्ट्र गीत के शब्द नहीं आते हैं या फिर राष्ट्र गीत के गायन में शर्म आती है, तो मुझे बता दें! हर महीने की पहली तारीख़ को वल्लभ भवन के प्रांगण में जनता के साथ वंदे मातरम् मैं गाऊंगा… मैं और प्रदेश के समस्त विधायक विधानसभा सत्र के पहले दिन 7 जनवरी, 2019 को प्रातः 10:00 बजे वल्लभ भवन के प्रांगण में वंदे मातरम् का गान करेंगे..इस मुहिम से जुड़ने हेतु आप सभी का स्वागत है…
परंपरा के तहत मंत्रालय के सभी कर्मचारी महीने की पहली तारीख को परिसर में इकट्ठा होकर एकसाथ राष्ट्रगीत मिलकर ‘वंदे मातरम’ गान करते थे. विपक्षी भाजपा ने पूछा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदेश में ‘भारत माता की जय’ बोलने पर भी तो रोक नहीं लगा देगी.
बसपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज केस वापस होंगे
कमलनाथ सरकार ने मंगलवार को एलान किया कि वह पिछले 15 साल के दौरान पिछली भाजपा सरकार द्वारा राजनीतिक द्वेष की भावना से दर्ज किये गये सभी मुकदमे वापस लेगी. बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को कहा था कि अगर मध्य प्रदेश और राजस्थान की कांग्रेस की सरकारें ‘भारत बंद’ के दौरान दर्ज मुकदमे अविलंब वापस नहीं लेतीं, तो फिर हम समर्थन देने पर पुनर्विचार करेंगे.