बोले नायडू,अर्थव्यवस्था के लिए कडी दवा निगलनी ही थी
हैदराबाद : पूर्व की कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने आज कहा कि रेल किराये में बढोतरी संप्रग द्वारा थोपी गई थी, लेकिन यह एक कडवी दवा है जिसे अर्थव्यवस्था की अच्छी सेहत के हित में निगलनी ही थी.नायडू ने कहा, ‘‘किराए में वृद्धि हम पर संप्रग सरकार ने […]
हैदराबाद : पूर्व की कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने आज कहा कि रेल किराये में बढोतरी संप्रग द्वारा थोपी गई थी, लेकिन यह एक कडवी दवा है जिसे अर्थव्यवस्था की अच्छी सेहत के हित में निगलनी ही थी.नायडू ने कहा, ‘‘किराए में वृद्धि हम पर संप्रग सरकार ने थोपी है. यह संप्रग की 10 साल के कुशासन के गलत लोकलुभावनवाद का नतीजा है. रेलवे की बुरी हाल है. पूर्व रेल मंत्री :खडगे: ने मांग की थी और प्रधानमंत्री :संप्रग: ने इसकी इजाजत दी.’’
रेल किराए में बढोतरी को ‘कडवी दवा’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह दवा अर्थव्यस्था की अच्छी सेहत के लिए निगलनी ही थी.उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे बोर्ड ने उसी को लागू किया है जिस पर रेल मंत्री और प्रधानमंत्री ने सहमति जताई थी.’’नायडू ने रेल किराये में बढोतरी से जुडे घटनाक्रमों का उल्लेख किया. नायडू ने ठोस निर्णय लेने के लिए मोदी सरकार के पास नैतिक साहस होने पर जोर देते हुए कहा कि लोग तथ्यों को समझेगे.
सोशल मीडिया पर हिंदी के इस्तेमाल को लेकर खडे हुए विवाद के बारे में नायडू ने कहा कि इस बारे में सरकारी परिपत्र इसी साल 10 मार्च को जारी किया गया था जब संप्रग सत्ता में थी.