चुनावी घमसान : दो दिनों तक रामलीला मैदान से चलेगी केंद्र सरकार, मोदी देंगे चुनावी नारा, राम मंदिर पर स्पष्ट होगा रुख

चुनावी घमसान : 11 जनवरी को रामलीला मैदान से होगा भाजपा के अभियान का आगाज लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा अपने अभियान का आगाज 11 जनवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक से करने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2019 7:17 AM
चुनावी घमसान : 11 जनवरी को रामलीला मैदान से होगा भाजपा के अभियान का आगाज
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा अपने अभियान का आगाज 11 जनवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक से करने जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में होने जा रही इस बैठक को अब तक की सबसे बड़ी राष्ट्रीय परिषद की बैठक माना जा रहा है. इसमें मोदी व शाह के अलावा, केंद्र सरकार के सभी मंत्री भी मौजूद रहेंगे. बैठक में 12 हजार से ज्यादा लोगों के जुटने की उम्मीद है. इसके मद्देनजर दिल्ली में अलग-अलग प्रदेशों के भवनों के साथ-साथ होटलों में करीब 2500 कमरे बुक कराये हैं. लोकसभा चुनावों से पहले हो रही अंतिम राष्ट्रीय परिषद की बैठक को भव्य बनाने के लिए 24 अलग-अलग विभाग बनाये गये हैं और उसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं को सौंपी गयी है.
रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे व होटलों से कार्यक्रम स्थल तक लोगों को ले जाने का इंतजाम भी किया गया है. इसके लिए एक हजार से ज्यादा वाहन लगाये जायेंगे. दिल्ली के सभी पांच रेलवे स्टेशन पर नौ जनवरी से ही भाजपा कार्यकर्ताओं को लगाया जायेगा. बैठक के समापन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सबसे अहम होगा. इसमें लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी का एजेंडा और चुनावी नारा भी दिया जायेगा.
12000 जुटेंगे भाजपा परिषद की बैठक में, बना अस्थायी पीएमओ
पूरा इलाका वाइ-फाइ से लैस सीएम के लिए अलग से लाउंज
पीएम मोदी बैठक के दोनों दिन मौजूद रहेंगे. रामलीला मैदान के मंच के पिछले हिस्से में प्रधानमंत्री कार्यालय और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए अस्थायी कार्यालय बनाया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए जो सुविधाएं जरूरी होती हैं, वह सभी इस अस्थायी कार्यालय में उपलब्ध होंगी. पूरा इलाका वाइफाइ से लैस होगा. इतना ही नहीं भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के लिए अलग से लाउंज बनाया गया है. यह एक खुला अधिवेशन होगा, जिसमें पार्टी अपने लोकसभा चुनाव के एजेंडे को रखेगी और सभी प्रमुख नेता व कार्यकर्ता उसे अपने-अपने क्षेत्रों में लेकर जायेंगे.
राम मंदिर पर स्पष्ट होगा रुख
दो दिन तक चलने वाली इस इस बैठक में राजनीतिक व आर्थिक मुद्दों समेत तीन प्रमुख प्रस्तावों के साथ राम मंदिर पर भी पार्टी और सरकार का रुख स्पष्ट किया जायेगा. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के भाषण से शुरू होने वाली बैठक में पार्टी के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ एक दर्जन प्रमुख नेताओं के भाषण होंगे. बैठक के साथ राज्यवार संगठनात्मक बैठकें होंगी.
बैठक में कौन-कौन हो रहे हैं शामिल
हर लोकसभा क्षेत्र के लगभग दस प्रमुख नेता, सभी सांसद, विधायक, परिषद के सदस्य, जिला अध्यक्ष व महामंत्री यों के साथ हर क्षेत्र के विस्तारक
उपलब्धियों पर होगी चर्चा
समापन सत्र में पीएम का भाषण सबसे अहम होगा. इसमें लोस चुनावों के लिए पार्टी का एजेंडा और चुनावी नारा दिया जायेगा. विपक्ष खासकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने के साथ केंद्र की उपलब्धियों और कार्यक्रमों को भी रखा जायेगा. कांग्रेस और उसकी समर्थित सरकारों के के कामकाज की तुलना भी रखी जायेगी. सबसे ज्यादा जोर भ्रष्टाचार मुक्त सरकार पर होगा.

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