प्रकाश पर्व : मनमोहन की मौजूदगी में मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, सिख दंगों का दोषी ठहराया

नयी दिल्ली : बंटवारे के दौरान करतारपुर साहिब को भारत की सीमा में न ला सकने की अक्षमता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर रविवार को हमला बोला. सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर एक स्मारक सिक्का जारी करते हुए मोदी ने 1984 के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2019 6:42 PM

नयी दिल्ली : बंटवारे के दौरान करतारपुर साहिब को भारत की सीमा में न ला सकने की अक्षमता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर रविवार को हमला बोला. सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर एक स्मारक सिक्का जारी करते हुए मोदी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए भी कांग्रेस पर निशाना साधा. ये दंगे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए थे.

करतारपुर साहिब गलियारे का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारे को देखने के लिए अब दूरबीन का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा और वह गलियारे का प्रयोग कर बिना वीजा के वहां जा सकते हैं. तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, अगस्त,1947 में एक गलती हुई थी. यह (गलियारा) उसी गलती का हर्जाना है. हमारे गुरु का महत्त्वपूर्ण स्थान कुछ ही किलोमीटर दूर था. लेकिन, इसे हिस्सा (बंटवारे के दौरान भारत का) नहीं बनाया जा सका. यह गलियारा उस क्षति को कम करने का प्रयास है. गुरु नानक देव का निधन 22 सितंबर, 1539 को करतारपुर में हुआ था. कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर और कई सिख नेता प्रधानमंत्री के निवास पर मौजूद थे.

मोदी ने कहा कि चाहे वह गुरु नानक हों या गुरु गोविंद सिंह, उन्होंने हमें न्याय का पक्षधर बनना सिखाया. उन्होंने कहा कि उनके दिखाये रास्ते पर चलते हुए केंद्र सरकार 1984 के दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने का प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री ने कहा, केंद्र सरकार 1984 से शुरू हुए अन्याय के लिए न्याय दिलाने का प्रयास कर रही है. दशकों तक, माओं, बहनों, बेटियों एवं बेटों ने आंसू बहाए, कानून न्याय दिलायेगा, उनके आंसू पोंछेगा. गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के मौके पर मोदी ने 350 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया. उन्होंने खालसा पंथ के संस्थापक को एक योद्धा एवं एक कवि बताया जिनके पास धार्मिक ग्रंथों की अथाह जानकारी थी. मोदी ने कहा कि सरकार अब देश भर में गुरु नानक देव की 550वीं जयंती मनाने की योजना बना रही है.

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