बदायूं दुष्कर्म मामला: पीड़ितों के पिता का होगा लाई डिटेक्टर टेस्ट
नयी दिल्ली: सीबीआइ उत्तर प्रदेश के बदायूं में उन दो चचेरी बहनों के पिताओं का लाई डिटेक्टर परीक्षण (झूठ पकडने वाली मशीन से जांच) कराएगी जिनके साथ कथित रुप से दुष्कर्म हुआ था और उनके शव आम के एक पेड़ से लटके मिले थे. एजेंसी परिवारों द्वारा बताए गए घटनाक्रम से सहमत नहीं है. सीबीआइ […]
नयी दिल्ली: सीबीआइ उत्तर प्रदेश के बदायूं में उन दो चचेरी बहनों के पिताओं का लाई डिटेक्टर परीक्षण (झूठ पकडने वाली मशीन से जांच) कराएगी जिनके साथ कथित रुप से दुष्कर्म हुआ था और उनके शव आम के एक पेड़ से लटके मिले थे. एजेंसी परिवारों द्वारा बताए गए घटनाक्रम से सहमत नहीं है.
सीबीआइ सूत्रों ने स्पष्ट किया कि इस कदम को पीडितों के परिवारों द्वारा किए गए दावों पर संदेह के रुप में नहीं देखा जाना चाहिए. एजेंसी को मामले को त्रुटिहीन बनाने के क्रम में उनके बयानों की सच्चाई की जांच करने की आवश्यकता है. सूत्रों ने कहा कि परिवार द्वारा दिए गए बयानों में कुछ विसंगितयां हैं और मामले में आगे बढ़ने के पहले उन्हें दूर करने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने चार लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने का फैसला किया है. इनमें दोनों किशोरियों के पिताओं के अलावा परिवार के दो और सदस्य शामिल हैं. सूत्रों ने कहा कि इन लोगों से पहले ही सहमति ले ली गयी है और एजेंसी जल्दी ही अदालत से इसके लिए अनुमति मांगेगी.
हालांकि यह परीक्षण सुनवाई के दौरान स्वीकार्य सबूत नहीं है लेकिन इससे एजेंसी को अपनी जांच आगे बढ़ाने में मदद मिलती है. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ए एल बनर्जी ने भी घटना को लेकर सवाल खडे किए थे. उन्होंने दावा किया था कि एक पीड़ित के साथ बलात्कर की पुष्टि नहीं हुयी है. उन्होंने अपराध के पीछे संपत्ति विवाद को भी संभावित वजह बताया था.