बेंगलुरु : कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम ने उस वक्त अजीबोगरीब मोड़ ले लिया जब कांग्रेस के विधायक जेएन गणेश की झड़प अपनी ही पार्टी के विधायक आनंद सिंह से हो गयी. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि यह घटना शनिवार की रात शहर के उस रिजॉर्ट में हुई जहां कांग्रेस के विधायक शुक्रवार से ही जमे हुए हैं.
मुख्य विपक्षी भाजपा की ओर से कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिराने की कथित कोशिशों के कारण इन विधायकों को रिजॉर्ट में रखा गया है. उन्होंने बताया कि बल्लारी जिले के कंपली विधानसभा क्षेत्र से विधायक जेएन गणेश के साथ हुई झड़प के बाद इसी जिले के होसपेट से विधायक आनंद सिंह को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों के बीच तीखी बहस हुई और फिर हाथापाई हो गयी. अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, आंनद सिंह की आंखें काली पड़ गयी हैं और उन्हें काफी चोट आयी है. उनके मुताबिक, आनंद ने बेचैनी की शिकायत की थी, लेकिन अब वह ठीक हैं और वॉर्ड में हैं. गणेश कांग्रेस के उन असंतुष्ट विधायकों में शामिल बताये जाते हैं जो कथित तौर पर भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे पार्टी के असंतुष्ट विधायकों के संपर्क में हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता एवं निजामाबाद के पूर्व सांसद मधु गौड़ याक्षी ने बताया, यह निजी मामला था, जिले से जुड़ा था. वे कारोबार में एक साथ हैं. इस झड़प का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. वे एक ही जिले के हैं और उनके कारोबारी रिश्ते हैं. यह (झगड़ा) उसी से जुड़ा है. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. याक्षी ने बताया कि उनकी मौजूदगी में दोनों विधायकों ने रात में खाना खाया और उस समय सब कुछ अच्छा था, लेकिन जैसे ही वह वहां से गये तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया. बिदाड़ी पुलिस थाने ने संपर्क किये जाने पर बताया कि उसे इस बाबत अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है. अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं.
कांग्रेस विधायक रघुनाथ ने कहा, हमें अस्पताल के भीतर नहीं जाने दिया गया. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा ने ट्वीट किया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केपीसीसी, इगलटन रिजॉर्ट में झगड़ा रोकने में नाकाम रही. हम उम्मीद करते हैं कि आनंद सिंह का इलाज कराया जा रहा होगा और हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. भाजपा ने कहा, दुर्भाग्यवश अब दिनेश गुंडू राव (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) भाजपा पर भी ठीकरा नहीं फोड़ सकते, क्योंकि विधायक तो उनकी निगरानी में इगलटन में ठहरे हुए हैं. अब आप कौन सा बहाना बनायेगे?
बहरहाल, कांग्रेस नेता एवं कर्नाटक सरकार में वरिष्ठ मंत्री डी के शिवकुमार ने इन खबरों को खारिज किया कि आनंद सिंह पर हमला हुआ. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के सारे विधायक एकजुट हैं. शिवकुमार ने कहा, किसी ने गुमराह किया है. कोई हमला नहीं हुआ. (सिंह के सिर पर) बोतले मारने की कोई घटना नहीं हुई. यह फर्जी खबर है. हर कोई साथ है. पूरी कांग्रेस एकजुट है. कांग्रेस विधायकों के बीच मारपीट की खबरों पर कर्नाटक के मंत्री जमीर अहमद ने कहा कि दोनों विधायक दोस्त हैं. वे एक चर्चा कर रहे थे, यह दोस्तों के बीच होता है. यह दोस्तों के बीच मामूली लड़ाई थी. किसी को कोई टांके नहीं लगेहैं.