#EVMHacking : कपिल सिब्बल की सफाई, आयोजकों ने आमंत्रित किया था इसलिए गया

नयी दिल्‍ली : अमेरिकी हैकर के उस दावे को लेकर राजनीति गरम हो गयी है, जिसमें बताया गया था कि 2014 के आम चुनाव में इवीएम को हैक किया गया था. भाजपा जहां इस दावे को कांग्रेस का हॉरर शो बताया है, वहीं कांग्रेस इस मुद्दे पर जांच की मांग कर रही है. लंदन में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 22, 2019 5:39 PM

नयी दिल्‍ली : अमेरिकी हैकर के उस दावे को लेकर राजनीति गरम हो गयी है, जिसमें बताया गया था कि 2014 के आम चुनाव में इवीएम को हैक किया गया था. भाजपा जहां इस दावे को कांग्रेस का हॉरर शो बताया है, वहीं कांग्रेस इस मुद्दे पर जांच की मांग कर रही है.

लंदन में EVM हैकथॉन में मौजूद कांग्रेस नेता कपिल सिब्‍बल को लेकर भी भाजपा ने सवाल उठाया और कहा कि कांग्रेस नेता वहां क्‍या कर रहे थे. हंगामा बढ़ने के बाद कांग्रेस नेता मीडिया के सामने आये और बताया कि वो लंदन में उस प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में क्‍या कर रहे थे. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सफाई देते हुए कहा- आयोजकों ने मुझे आमंत्रित किया था इसलिए गया.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने मंगलवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की हैकिंग से जुड़े स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ सैयद शुजा का दावा ‘बहुत गंभीर’ है और इसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि यह भारत में लोकतंत्र के भविष्य से संबंधित विषय है.
उन्होंने लंदन में आयोजित हैकेथॉन में अपनी मौजूदगी को लेकर भाजपा की ओर से सवाल खड़े किये जाने पर कहा कि वह इस हैकेथॉन के आयोजक एवं पत्रकार आशीष रे के निमंत्रण पर व्यक्तिगत हैसियत से वहां पहुंचे थे.

सिब्‍बल ने बताया कि इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन लंदन के अध्यक्ष आशीष रे ने बताया कि उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग सहित सभी राजनीतिक दलों को निमंत्रण भेजा है. आशीष रे ने मुझे व्यक्तिगत ई-मेल भी भेजा. मैंने उनसे कहा कि मैं कुछ व्यक्तिगत काम के लिए लंदन में रहूंगा तो उन्होंने जोर देकर कहा कि मुझे आना चाहिए क्योंकि वे एक महत्वपूर्ण खुलासा करने जा रहे हैं. इसलिए मैं चला गया.

दरअसल, केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि लंदन में आयोजित हैकथॉन को कांग्रेस समर्पित लोगों ने आयोजित किया था और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल उसकी मॉनिटरिंग के लिए वहां गए थे. सिब्बल ने यहां संवाददाताओं से कहा, जो आरोप उसने (शुजा) लगाये हैं, उनकी जांच होनी चाहिए.

उच्चतम न्यायालय और कानून कहता है कि प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए. अगर कोई आरोप लगा रहा है तो यह पता करना जरूरी है कि आरोप सही हैं या नहीं. अगर आरोप गलत हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई करिए. अगर आरोप सही हैं तो यह बहुत गंभीर चीज है. उन्होंने कहा, यह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव का मुद्दा है. मुद्दा यह है कि क्या ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है. यह भारत के लोकतंत्र के अस्तित्व से संबंधित मुद्दा भी है.

गौरतलब है कि सैयद शुजा नामक शख्स ने सोमवार को लंदन में स्काइप के जरिए संवाददाता सम्मेलन किया और दावा किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम हैक की गई थीं. उसने कहा कि अपनी टीम के कुछ सदस्यों की हत्या किये जाने के बाद वह भयभीत महसूस कर रहा था, इसलिए 2014 में भारत से भाग आया था. उधर, चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस को इस स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है.

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