जीवन रक्षा पुरस्कार : मरणोपरांत आठ लोगों समेत 48 लोग होंगे सम्मानित

नयी दिल्ली : लोगों की जान बचाने का सराहनीय कार्य करने के लिए 48 लोगों को जीवन रक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. इनमें से आठ लोगों को मरणोपरांत यह सम्मान दिया जा रहा है. गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को यह घोषणा की. यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जा रहा है-सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2019 4:54 PM

नयी दिल्ली : लोगों की जान बचाने का सराहनीय कार्य करने के लिए 48 लोगों को जीवन रक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. इनमें से आठ लोगों को मरणोपरांत यह सम्मान दिया जा रहा है. गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को यह घोषणा की. यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जा रहा है-सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक. सभी क्षेत्रों के लोग इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ने 48 लोगों को जीवन रक्षा पदक प्रदान किये जाने की मंजूरी दी है. सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक आठ लोगों को, उत्तम जीवन रक्षा पदक 15 लोगों और जीवन रक्षा पदक 25 लोगों को प्रदान किया जायेगा. सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किये जाने वाले लोगों में छत्तीसगढ़ के किशोर राय (मरणोपरांत), महाराष्ट्र के मास्टर चेतन कुमार निशाद (मरणोपरांत), कौस्तुभ भगवान तारामले (मरणोपरांत), मास्टर प्रथमेश विजय वाडकर (मरणोपरांत) के नाम शामिल हैं. वहीं, पी लवेनपुइया (मरणोपरांत) और टी लालरिनावमा (मरणोपरांत) मिजोरम तथा नीतीशा नेगी (मरणोपरांत) दिल्ली से हैं. वहीं, ओड़िशा के राकेश चंद्र बेहेरा (मरणोपरांत) इनमें शामिल हैं.

उत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित लोगों में विश्मैया पी (केरल), साजिद खान (मध्य प्रदेश), डाॅ चरणजीत सिंह बलवीर सिंह सलूजा (महाराष्ट्र), अमोल एस लोहार(महाराष्ट्र), मास्टर ललियांसांगा (मिजोरम), मास्टर वेनलालदुहावा, विनोद (हरियाणा), रामराजा यादव (मध्य प्रदेश), आजाद सिंह मलिक (दिल्ली), मास्टर एच बेइदुआसा(मिजोरम), मास्टर करन (दिल्ली), मास्टर दीपांशु(दिल्ली), मास्टर प्रशांत सिदार, (छत्तीसगढ़), मास्टर वालाम्बोक सोहफोह (मेघालय) और अविनाश बाबू नाइक (गोवा) शामिल हैं.

जीवन रक्षा पदक पाने वाले लोगों में अब्राहम तेयिंग एवं पादी पेयांग (अरुणाचल प्रदेश), मोनूज चावतलद (असम), राजू ग्राह (असम), राधाकृष्णन एम (केरल), अंकित धांगर (मध्य प्रदेश), महेंद्र टेकाम (मध्य प्रदेश), शानलांग (मेघालय), वेनलावेनेइमा चांग्ते (मिजोरम), मास्टर डारचुंगनुंगा (मिजोरम), चंद्र कुमार गुरुंग (सिक्किम), बरिया मेहुल बाबूभाई (दमन और दीव) और एम पद्मनाभन (तमिलनाडु)शामिल हैं. जीवन रक्षा पदक पाने वाले अन्य लोगों में सुशील भोई (उत्तर प्रदेश),सामरन मालवीय (मध्य प्रदेश), धरयशिल धाकतुबा अदके (महाराष्ट्र), धनंजय कुमार सोनवाने (छत्तीसगढ़), अभिनव केके (केरल), खर्वबोकलंग खरलुखी (मेघालय), ध्रुव लव (उत्तर प्रदेश), माधव लव (उत्तर प्रदेश), लालथासांगजुअली (मिजोरम) रुहीनफातिमा एम तलात (गुजरात), वैष्णव ई आर (केरल) और श्रीजीत पीएस (केरल) शामिल हैं.

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