पद्मश्री सम्मान : बेहतर इंसान बनना चाहते हैं गौतम गंभीर, छेत्री में और बेहतर करने की ”भूख”

नयी दिल्ली : गौतम गंभीर क्रिकेटर से बेहतर ‘इंसान’ बनना चाहते हैं, सुनील छेत्री राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलते हुए बेहतर प्रदर्शन की ‘भूख’ के साथ उतरना चाहते हैं जबकि बजरंग पूनिया ने और उपलब्धियां हासिल करने के लिए सभी की दुआएं मांगी. पद्म श्री पुरस्कारों के लिए नामित होने के बाद इन खिलाड़ियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2019 4:12 PM

नयी दिल्ली : गौतम गंभीर क्रिकेटर से बेहतर ‘इंसान’ बनना चाहते हैं, सुनील छेत्री राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलते हुए बेहतर प्रदर्शन की ‘भूख’ के साथ उतरना चाहते हैं जबकि बजरंग पूनिया ने और उपलब्धियां हासिल करने के लिए सभी की दुआएं मांगी. पद्म श्री पुरस्कारों के लिए नामित होने के बाद इन खिलाड़ियों ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

दो बार विश्व चैंपियन बनने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे गंभीर ने ट्वीट किया, ‘यह ऐसा सम्मान है जिसे मैं आभार के साथ स्वीकार करता हूं. लेकिन यह ऐसा सम्मान है जिसके साथ जिम्मेदारी आती है. मैं उस दिन के लिए जी रहा हूं जब इंसान के रूप में गौतम गंभीर क्रिकेटर गौतम गंभीर को पीछे छोड़ देगा. यह मेरा दिन होगा, यह मेरा स्वयं को पुरस्कार होगा.’

राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान छेत्री ने कई ट्वीट करके समर्थन के लिए अपने परिवार और प्रशंसकों को धन्यवाद दिया और संकेत दिये कि फिलहाल उनका अंतरराष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है. छेत्री ने लिखा, ‘आज मुझे कृतज्ञ होने का एक और कारण मिला. इतने वर्षों तक मुझे टीम के जिन साथियों, कोचों, स्टाफ, मालिशियों, फिजिओ और प्रबंधन के साथ काम करने का मौका मिला, ये सम्मान उनके लिए भी है.’

भारतीय कप्तान ने ट्वीट किया, ‘यह मेरी मां, पिता, सोनम, बंदू, लांबा, कुणाल और मेरे मित्रों के लिए भी है जो हमेशा मेरे साथ खड़े रहे और मुझे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया.’ छेत्री ने साथ ही ट्वीट किया कि वह भारत के लिए खेलना जारी रखेंगे. उन्होंने लिखा, ‘मैं इस वादे के साथ अंत करता हूं कि मैं जब भी देश और क्लब के लिए मैदान पर कदम रखूंगा तब मेरे अंदर भूख बढ़ जायेगी. और प्रत्येक दिन मैं बेहतर इंसान बनने की कोशिश करूंगा.’

एशियाई खेलों के चैंपियन बजरंग ने लिखा, ‘प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा जाना सम्मान की बात है. यह आपके (प्रशंसकों के) प्यार और दुआओं के बिना संभव नहीं होता. मुझे दुआएं देते रहें जिससे कि मैं हमेशा आपकी उम्मीदों पर खरा उतरता रहूं.’

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