अमित शाह का कटाक्ष – ‘OROP” का मतलब ‘Only Rahul, Only Priyanka”
शिमला : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व सैनिकों के लिए ‘वन रैंक वन पेंशन’ योजना का संदर्भ देते हुए कटाक्ष किया कि कांग्रेस के लिए ‘ओआरओपी’ का मतलब ‘ओनली राहुल, ओनली प्रियंका’ है. हमीरपुर में भाजपा पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने इस तरह की टिप्पणी की. हमीरपुर जिला और पास के […]
शिमला : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व सैनिकों के लिए ‘वन रैंक वन पेंशन’ योजना का संदर्भ देते हुए कटाक्ष किया कि कांग्रेस के लिए ‘ओआरओपी’ का मतलब ‘ओनली राहुल, ओनली प्रियंका’ है. हमीरपुर में भाजपा पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने इस तरह की टिप्पणी की.
हमीरपुर जिला और पास के अन्य क्षेत्रों की बड़ी आबादी सेना में काम करती है, इसलिए इस शहर को वीर भूमि के नाम से भी जाना जाता है. भाजपा अध्यक्ष ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है, जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को पार्टी में पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा है. 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान राज्य में सभी चार सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को विजयी बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं का आभार जताते हुए शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सच्ची भावना से पूर्व सैनिकों के लिए ओआरओपी को लागू किया. उन्होंने कहा कि 70 साल तक किसी ने भी सैनिकों की परवाह नहीं की, जब मोदी सरकार सत्ता में आयी तो उसने ओआरओपी लागू किया.
आगामी लोकसभा चुनावों के पहले भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, देश एक मजबूत सरकार चाहता है, मजबूर सरकार नहीं. देश ऐसी सरकार चाहता है जो अपने सैनिकों की हत्या के लिए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे. उन्होंने कहा, अपने भाषणों में कांग्रेस अध्यक्ष आजकल गरीबी का मुद्दा उठा रहे हैं. मैं राहुल बाबा से बस इतना पूछना चाहता हूं कि गरीबी उन्मूलन के लिए कांग्रेस सरकारों ने दशकों तक क्या किया? यह भाजपा की सरकार है, जो इसे खत्म करने के लिए कदम उठा रही है. शाह ने कहा कि वे तो देश में प्रत्येक परिवार को गैस सिलिंडर भी नहीं दे पाये.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान 13वें वित्त आयोग से हिमाचल प्रदेश को महज 44,325 करोड़ रुपये मिले, जबकि मोदी सरकार ने राज्य को 1,15,865 करोड़ रुपये दिये. हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों का नाम लिये बिना शाह ने कहा, राज्य में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल में राजा, रानी और राजकुमार को छोड़कर किसी को महत्व नहीं दिया गया.