नयी दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार के वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने आज वर्ष 2019 का अंतरिम बजट प्रस्तुत किया. बजट में कई घोषणाएं की गयीं.बसपा अध्यक्ष मायावती ने मोदी सरकार के अंतिम बजट को जुमलों से भरा करार देते हुए इसे जमीनी हकीकत से दूर बताया है. वित्तमंत्री पीयूष गोयल द्वारा शुक्रवार को लोकसभा में पेश किये गये अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने कहा ‘‘सरकार का अन्तिम और चुनाव पूर्व अन्तरिम बजट जमीनी हकीकत और समस्याओं के समाधान से दूर एवं जुमलेबाजी वाला बजट है.” उन्होंने एक बयान जारी कर कहा ‘‘पिछले पांच वर्षों के कार्यकाल में देश में आर्थिक असमानता की खाई बढ़ी है. इससे धन और विकास कुछ मुट्ठीभर धनकुबेरों के हाथ में सिमट गया है. यह इस सरकार की विफलता के अलावा गरीब और किसान विरोधी होने को भी प्रमाणित करता है.”
इस बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व वितमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि यह अंतरिम बजट नहीं, बल्कि वोट का हिसाब-किताब है. वहीं संसद में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बजट भाजपा का चुनावी घोषणापत्र है, जिसके जरिये सरकार अपने वोटर्स को टारगेट कर रही है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि कर में छूट अच्छी बात है, लेकिन किसानों के लिए सालाना छह हजार सहायता बेतुका मालूम होता है. क्या वे 500 रुपये महीना में सम्मानित जीवन जी सकते हैं. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बजट की प्रशंसा करते हुए इसे सर्जिकल स्ट्राक बताया. उन्होंने कहा कि इस बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है. केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि इस बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है.
केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि मार्च से पहले किसानों के खाते में दो हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये जायेंगे और वित्तीय वर्ष 2019-20 में उन्हें छह हजार रुपये मिलेंगे.