जानें कौन है अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी, डराने के लिए पैंथर का करता था इस्तेमाल
सेनेगल की राजधानी डकार से अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को गिरफ्तार किया गया है. बॉलीवुड में भी पुजारी काफी एक्टिव था उसने राकेश रौशन और महेश भट्ट जैसे कई कलाकारों को धमकी दी थी. पुजारी के जुर्म की कई कहानियां है. रवि पुजारी गिरफ्तार हो गया लेकिन दहशत फैलाने के लिए वह पैंथर का इस्तेमाल […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
February 2, 2019 1:09 PM
सेनेगल की राजधानी डकार से अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को गिरफ्तार किया गया है. बॉलीवुड में भी पुजारी काफी एक्टिव था उसने राकेश रौशन और महेश भट्ट जैसे कई कलाकारों को धमकी दी थी. पुजारी के जुर्म की कई कहानियां है. रवि पुजारी गिरफ्तार हो गया लेकिन दहशत फैलाने के लिए वह पैंथर का इस्तेमाल करता था. गाली और गोलियों के जरिये वह डराने में माहिर था.
कर्नाटक में पैंथर और रवि पुजारी के बीच के रिश्ते को अच्छी तरह समझा जा सकता है. रवि पुजारी ने अपने गुर्गो के जरिए कई व्यापारियों के घर अपने नाम का विजिटिंग कार्ड्स भेजा. इसमें कार्ड्स के सबसे ऊपर पैंथर की तस्वीर लगी थी और नीचे नीचे रवि पुजारी नाम लिखा था. कार्ड भेजने के बाद रवि पुजारी फोन करता था और पैसे की मांग करता था. फोन करने के बाद सबसे पहले रवि पुजारी पूछता था कार्ड देखा.
कौन है रवि पुजारी
रवि पुजारी कर्नाटक का रहने वाला है. रवि पुजारी के कारण पूरे परिवार को मलप्पे गांव छोड़ना पड़ा. आपराधिक गतिविधियों के कारण पुलिस पुजारी की तलाश करने लगी थी. उसके दो भाई, दो बहन और मां बाप थे. पुजारी के पिता और एक भाई की मौत हो गयी. अब मां अपने दो बेटी के साथ रहती है. रवि पुजारी ने प्यार किया और शादी की उसकी पत्नी पद्मा को फर्जी फासपोर्ट के मामले में गिरफ्तार किया था. तीन महीने जेल में रहने के बाद जब वह बेल पर जेल से बाहर आयीं तो देश छोड़कर चली गयीं. रवि पुजारी की दो बेटियां और एक बेटा है.
मुंबई बम धमाका से पुजारी का रिश्ता
मुंबई बम धमाके के आरोपियों को मारने का जिम्मा रवि पुजारी को ही दिया गया था. रवि पुजारी के खिलाफ मुंबई में 55 से ज्यादा केस हैं। कर्नाटक और पूरे महाराष्ट्र के केसों को जोड़ा जाए, तो दर्ज केसों की संख्या 100 से ज्यादा होगी. राजन 1993 के मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद इब्राहिम से अलग हुआ. ईस्ट वेस्ट एयरलाइंस के मालिक वाहिद की हत्या रवि पुजारी ने ही की थी.
इसके बाद उसने कर्नाटक में मोहन कोटियनका मर्डर किया. इस मामले की जांच ने जब जोर पकड़ा तो उसने देश छोड़ दिया. सितंबर, 2000 में बैंकॉक शूटआउट के बाद छोटा राजन से उसके गिरोह के कई लोग अलग हो गए. इसमें पुजारी भी शामिल था.