श्रीनगर :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि नियंत्रण रेखा के पार लक्षित हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) करके भारत ने आतंकवाद से निपटने के लिए दुनिया को अपनी नयी नीति और रीति से रू-ब-रू कराया है.
दहशतगर्दी फैलाने वालों और मासूम युवकों का कत्ल करने वालों को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश हर आतंकवादी को मुहंतोड़ जवाब देगा. प्रधानमंत्री ने कहा, मैं जम्मू कश्मीर और देश के सभी युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि सरकार हर आतंकवादी को मुहंतोड़ जवाब देगी. हम राज्य में आतंकवाद की कमर तोड़ देंगे.
आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए अपनी कुर्बानी देने वाले जम्मू कश्मीर के नज़ीर अहमद वानी और औरंगज़ेब समेत अन्य को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने कहा कि नायक वो होते हैं जो सपनों को पूरा करने के लिए जीते हैं और सबसे बड़ा कायर वो है जो अन्य के ख्वाबों की हत्या करता है.
उन्होंने कहा, आज पूरा देश बेगुनाह और निहत्थे कश्मीरी युवाओं की हत्याओं को देखकर गुस्से में है. (इन कश्मीरी लड़कों को इसलिए निशाना बनाया गया है) क्योंकि वे जीना चाहते हैं और अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं. मगर उन्हें आतंकवाद ने निशाना बनाया. यह यहां आतंकवाद की सच्चाई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार अपनी पूरी ताकत से आतंकवाद से लड़ेगी. मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों और राज्य का विकास केंद्र सरकार की प्राथमिकता है. मोदी ने सबको आश्वस्त किया कि उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे के साथ दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शांतिपूर्ण और समृद्ध कश्मीर के सपने को साकार करेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा, हम (इस सपने को साकार करने के लिए) कोशिशें करते रहेंगे. मोदी ने श्रीनगर क्षेत्र में सात हजार करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न विकास परियोजनाओं की नींव रखी. उन्होंने बांदीपुरा में ग्रामीण ‘बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्स’ (बीपीओ) का भी उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि इससे कश्मीरी नौजवानों के लिए रोजगार के मौके बढ़ेंगे.
टेक्नॉलजी के माध्यम से तकरीबन 2.5 करोड़ छात्रों से संवाद के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों पर पीएम मोदी ने कहा- ‘कौशल विकास के क्षेत्र में हमारी सरकार बेहतर प्रयास कर रही है. 4.5 साल के हमारे कार्यकाल में जितना भी काम हमने किया है उससे संतुष्ट हूं.’ उन्होंने कहा, मेरा संतोष सोने के लिए नहीं बल्कि नये सपनों को साकार करने के लिए है. मेरा संतोष निरंतर आगे बढ़ने के प्रयास का है.
डिजिटल इंडिया पर सवालों का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा- आधार डिजिटल क्रांति का ही हिस्सा है. जब मैं कहता हूं कि हमारे पास 120 करोड़ लोगों का डिजिटल डेटा है तो दुनिया को बड़ा आश्चर्य होता है.
एजूकेशन को टूरिज्म के साथ जोड़कर ओडिशा के विकास के सवाल पर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- ‘हमारे देश में टूरिज्म के क्षेत्र में अपार क्षमता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी विरासत पर गर्व करें. इकॉनमी के हिसाब से दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर टूरिज्म है.’
* पीएम मोदी ने एम्स और आईआईएमसी समेत विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू में एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और एक भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) समेत विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसके बाद पीएम मोदी श्रीनगर से कॉलेज के छात्रों से बातचीत की और उनके सवालों के जवाब दिये.
मोदी ने कहा कि नये एम्स की स्थापना से क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में बदलाव आएगा और युवाओं को नये अवसर भी मिलेंगे. जम्मू के लोगों ने क्षेत्र में एम्स की स्थापना के लिए करीब दो महीने तक प्रदर्शन किया था. इस मांग के समर्थन में नेशनल कान्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस ने भी यहां प्रदर्शन किये थे. प्रस्तावित एम्स 700 बिस्तरों का होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य को पांच नये मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए 750 करोड़ रुपये दिये गये हैं. मोदी ने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों में सत्र जल्द शुरू होगा. पिछले 70 साल से एमबीबीएस की केवल 500 सीटें थीं, लेकिन भाजपा सरकार ने अब सीटों को दोगुना कर दिया है.
उन्होंने जम्मू में आईआईएमसी के उत्तर क्षेत्रीय केंद्र के परिसर का शिलान्यास किया. इसका निर्माण 16 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा. आईआईएमसी के महानिदेशक के जी सुरेश ने इस अवसर पर कहा, यह हमारे लिए गौरव का क्षण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां आईआईएमसी परिसर की आधारशिला रखी है.
प्रधानमंत्री ने किश्तवाड़ में 624 मेगावाट की कीरू पनबिजली परियोजना की भी आधारशिला रखी. उन्होंने नौ मेगावाट की डाह जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया. मोदी ने 220 किलोवाट की श्रीनगर-आलुस्टेंग-द्रास-करगिल-लेह ट्रांसमिशन प्रणाली को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इस महत्वपूर्ण परियोजना का शिलान्यास मोदी ने अगस्त 2014 में किया था. उन्होंने सजवाल में चिनाब नदी पर 1640 मीटर चौड़े दोहरी लेन वाले पुल की आधारशिला रखी.