रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने की छह घंटे तक लंबी पूछताछ, गुरुवार को फिर किये जा सकते हैं तलब
नयी दिल्ली : विदेश में कथित तौर पर अवैध संपत्ति रखने के सिलसिले में धन शोधन से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को रॉबर्ट वाड्रा से लगभग छह घंटे तक पूछताछ की. यह पूछताछ ऐसे समय हुई जब हाल ही में उनकी पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा को औपचारिक रूप से कांग्रेस […]
नयी दिल्ली : विदेश में कथित तौर पर अवैध संपत्ति रखने के सिलसिले में धन शोधन से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को रॉबर्ट वाड्रा से लगभग छह घंटे तक पूछताछ की.
यह पूछताछ ऐसे समय हुई जब हाल ही में उनकी पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा को औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल किया गया है. इस दाैरान ईडी ने वाड्रासेलगभग 36 सवाल पूछे गये. हालांकि,वाड्रा ने अधिकतर सवालोकेजवाब में जानकारी नहीं होने की बात कही. पूछताछ के बाद वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने कहा कि उनके मुवक्किल ने सभी सवालों के जवाब दिये और अगर दोबारा बुलाया गया तो फिर पेश होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि प्रवर्तन निदेशालय अगर कल रॉबर्ट वाड्रा को दुबारा पूछताछ के लिए बुलायेगा, तो वह उपस्थितहोंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय मेरे मुवक्किल को पूछताछ के लिए बुलाना एक राजनीतिक षडयंत्र है. सूत्रों के अनुसार, ईडी ने गुरुवार की सुबह 10.30 बजे फिर से वाड्रा को पूछताछ के लिए बुलाया है.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी सफेद टोयोटा लैंड क्रूजर गाड़ी से रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय तक छोड़ गयीं. उन्होंने वाड्रा को मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित एजेंसी के दफ्तर के सामने छोड़ा और वहां से फौरन अपनी गाड़ियों के काफिले के साथ रवाना हो गयीं. इस कदम को लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है. इसके कुछ समय बाद ही प्रियंका ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी का पदभार संभाला. उन्हें 23 जनवरी को इस पद के लिए नामित किया गया था.
अपने पति से ईडी द्वारा पूछताछ किये जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में प्रियंका ने कहा, मैं अपने परिवार के साथ खड़ी हूं. यह पहला मौका है जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा वाड्रा संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में किसी जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए हैं. मीडियाकर्मियों की भीड़ के बीच से होकर वाड्रा करीब तीन बजकर 47 मिनट पर ईडी के दफ्तर में दाखिल हुए और रात 9.40 बजे पूछताछ के बाद वहांसेनिकले. उनके वकीलों का एक दल पहले ही ईडी कार्यालक पहुंच चुका था. पूछताछ के लिए जाने से पहले उन्होंने वहां हाजिरी रजिस्टर पर अपने दस्तखत किये. वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया और आरोप लगाया कि राजनीति को साधने के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा है.
वाड्रा से पूछताछ को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि संप्रग सरकार के दौरान हुए पेट्रोलियम और रक्षा सौदों में उन्हें घूस मिली. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि वाड्रा को संप्रग सरकार के सत्ता में रहते हुए 2008-09 में पेट्रोलियम और रक्षा सौदों में लाभ मिला. उन्होंने कहा कि घूस के पैसे से इस पैसे से उन्होंने लंदन में आठ-नौ संपत्तियां खरीदीं. पात्रा ने हालांकि अपने दावों के समर्थन में कोई साक्ष्य नहीं दिये. दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को केंद्रीय जांच एजेंसी से सहयोग करने को कहा था. वाड्रा ने मामले में अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था. अदालत ने उनसे लंदन से लौटने के बाद बुधवार को ईडी के समक्ष पेश होने के कहा था.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा से लंदन की कुछ अचल संपत्तियों के लेनदेन, खरीद और कब्जे को लेकर ईडी के तीन अधिकारियों के दल ने करीब 36 सवाल पूछे और उनका बयान धन शोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया. यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन के आरोप की जांच से संबंधित है. यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है.