जयपुर : राजस्थान में पूर्ण शराबबंदी की संभावना को फिलहाल एक तरह से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि जिस काम को व्यावहारिकता में करना मुश्किल है, उसके बारे में वह कुछ नहीं कहेंगे. गहलोत ने साथ ही कहा कि इस बारे में आगे बढ़ने का प्रयास किया जायेगा. वह यहां गांधीवादी विचारक डॉ. एस.एन सुब्बाराव के 91वें जन्मदिवस सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे.
कार्यक्रम में कुछ वक्ताओं द्वारा पूर्ण शराबबंदी का जिक्र किये जाने पर गहलोत ने कहा, ‘मैं शराबबंदी पर कहना चाहूंगा कि मेरी भावना वही है जो आप सब की है. लेकिन व्यावहारिकता में हम उस काम को नहीं कर सकते तो उसके लिए मैं अभी कुछ नहीं कहना चाहूंगा.’ गहलोत ने कहा, ‘इस दिशा में हम क्या कर सकते है उसके बारे में सोचेंगे और आगे बढने का प्रयास करेंगे.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में शराबबंदी पहले भी हुई थी, वह कामयाब नहीं हो पायी. उन्होंने कहा कि गुजरात में शराबबंदी है लेकिन जब वह वहां रहे तो उन्होंने देखा कि शराबबंदी केवल कागजों में ही है. गहलोत के अनुसार, ‘वहां (गुजरात) गैर कानूनी शराब बनती है. बाहर से आती है और धड़ल्ले से बिकती है.’