नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज राफेल मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने उस ईमेल का जिक्र किया जिसकी चर्चा हो रही है. इस ईमेल में एक एमओयू की चर्चा है, अनिल अंबानी जब फ्रांस के रक्षामंत्री से मिले तो उन्होंने उस एमओयू की चर्चा की. सवाल यह है कि आखिर अनिल अंबानी और फ्रांस के रक्षामंत्री की मुलाकात कैसे हुई? मेल में जिक्र है कि अनिल अंबानी ने फ्रांस के मंत्रियों से कहा कि हमारे प्रधानमंत्री आयेंगे और एक एमओयू होगा, जिसमें उनका नाम होगा.
Rahul Gandhi: Narendra Modi ji is acting as the middleman of Anil Ambani. This email is clear. An Airbus executive wrote that Mr.Anil Ambani met the French Defence Minister and told him 10 days before the #Rafale deal was signed that he was going to get it pic.twitter.com/h2tQQUgSXk
— ANI (@ANI) February 12, 2019
सवाल यह है कि आखिर डील होने से दस दिन पहले कैसे अनिल अंबानी को यह पता था कि डील होने वाली है, जबकि इस डील से जुड़े अन्य लोगों को यह पता नहीं था. क्या प्रधानमंत्री इस डील में अनिल अंबानी के लिए बिचौलिए का काम कर रहे थे? क्या प्रधानमंत्री इस बारे में कुछ स्पष्टीकरण देंगे? जो कुछ हुआ उसमें यह प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पद की गोपनीयता तोड़ी है, जो आपराधिक मामला है और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह बिलकुल स्पष्ट है कि पीएम मोदी एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं.गौरतलब है कि राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से राफेल मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री पर जोर हमले कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि देश का चौकीदार चोर है.