श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपुरा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की साजिश पाकिस्तान में बैठा जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने रची है. इस हमले के मास्टरमाइंड के रूप में आतंकी आदिल अहमद डारकानाम सामने आ रहा है. आदिल पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके का निवासी बताया जा रहा है. वह डेढ़ साल पहले ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.
गौरतलब है कि इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने लेते हुए आदिल का फोटो जारी करते हुए कहा कि वह इस हमले का मास्टरमाइंड है. हालांकि, उसकी संलिप्तता के बारे में सुरक्षा एजेंसियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. पीटीआई के अनुसार, इस हमले में 40 जवानोंकीमौत हो गयी, जबकि 39 जवान गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. इस घटना के बाद सीआरपीएफ, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस इस हमले से जुड़े हर पहलू की पड़ताल में जुट गयी हैं. इस बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने घटना को लेकर इमरजेंसी बैठक बुलायी है. उन्होंने कहा कि स्थिति की निगरानी की जा रही हैआैरसीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी उन्हें स्थिति पर जानकारी दे रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार विजय कुमार ने कहा कि जहां तक मरने वालों की संख्या का संबंध है, मुझे बताया गया था कि शुरू में 18 जवानों की मौत हो गयी औरतीन लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन यह संख्या बढ़ सकती है. एक ओर जहां घटनास्थल पर फरेंसिक विभाग की टीमों को आतंक के निशान तलाशने के लिए लगाया गया है, वहीं राष्ट्रीय राइफल्स और अन्य सुरक्षबलों की टीम अवंतिपुरा समेत अन्य इलाकों में आतंकियों की तलाश के लिए बड़े सर्च ऑपरेशन चला रही है.
सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर ने कहा कि घटनास्थल पर वरिष्ठ अधिकारी पहुच गये हैं और घटनाकीजांच की जा जारी है.उन्होंने कहा कि काफिले में 2500 जवान शामिल थे. आईजी सीआरपीएफ (संचालन) जुल्फिकार हसन ने कहा कि पुलवामा विस्फोट की जांच शुरू कर दी गयी है. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. घटनास्थल पर विस्फोट के बाद का विश्लेषण किया जा रहा है. हमले के बाद मौके पर पहुंचे जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी कश्मीर रेंज स्वयं प्रकाश पाणी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि यह एक आतंकी वारदात है, जिसके बाद पुलिस और अन्य एजेंसियों की टीमों ने इसकी जांच शुरू कर दी है. आईजी ने कहा कि इस वारदात में शहीद कुल जवानों की संख्या के बारे में अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है. वहीं, घायल जवानों काे इलाज के लिए नजदीक के अस्पताल में भेज कर इलाज शुरू कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा. पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस हमले के बाद शुक्रवार को श्रीनगर जायेंगे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भी इस घटना को लेकर फोन पर बात की. केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह कायरतापूर्ण कार्रवाई है. राष्ट्र शहीदों को नमन करता है और हम शहीदों के परिवारों के साथ एकजुट हैं. हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करते हैं. आतंकवादियों को उनके जघन्य कृत्य के लिए अविस्मरणीय सबक दिया जायेगा.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती नेकहाकि इस हमले की निंदा करने के लिए मेरे पास पर्याप्त शब्द नहीं हैं. इस दुख की घड़ी में केंद्र सरकार और सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए और इस रक्तपात को समाप्त करने के लिए एक समाधान तक पहुंचना चाहिए. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला नेकहाकि हम इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करते हैं और शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. इस मोदी सरकार के तहत पिछलेपांच वर्षों में यह 18वां बड़ा आतंकी हमला है. 56 इंच की छाती कब जवाब देगी?