अन्नाद्रमुक को बगावत का डर, भाजपा से गठबंधन का एलान नहीं कर पा रही है पार्टी, चुनाव बाद संभव

चेन्नई : तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक नेतृत्व के सामने भाजपा गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है. पार्टी यह फैसला नहीं कर पा रही है कि भाजपा के साथ अपने गठबंधन पर मुहर कैसे लगायी जाये. आगामी लोकसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक, भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी है, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2019 6:37 AM

चेन्नई : तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक नेतृत्व के सामने भाजपा गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है. पार्टी यह फैसला नहीं कर पा रही है कि भाजपा के साथ अपने गठबंधन पर मुहर कैसे लगायी जाये.

आगामी लोकसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक, भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी है, लेकिन इसकी घोषणा अभी नहीं की गयी है. दरअसल, पार्टी को डर है कि गठबंधन को हां या ना कहने पर कहीं पार्टी के अलग-अलग धड़े बगावत न करने लगें.

दरअसल, लोकसभा में डेप्युटी स्पीकर और पार्टी सांसद थंबीदुराई विरोध की बड़ी आवाज हैं. उनके बगावती सुरों को काबू में करना पार्टी के लिए मुश्किल है. पार्टी के एक नेता ने कहा कि थोड़ी तनातनी तो होगी, लेकिन बगावत चुनाव के नतीजे आने के बाद ही होगी.

वहीं, अन्नाद्रमुक के नेताओं को लगता है कि ऐसा कुछ होने पर भाजपा में नाराजगी बढ़ेगी. मंत्री डी जयकुमार का कहना है कि चुनाव की तारीखें आने के बाद ही गठबंधन का एलान किया जायेगा.

हालांकि, भाजपा अन्नाद्रमुक पर गठबंधन के एलान का दबाव बना रही है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने बिना अन्नाद्रमुक का नाम लिए कहा कि तमिलनाडु में गठबंधन फाइनल हो गया है और दो दिन में इसकी घोषणा कर दी जायेगी. वहीं, मुनुसामी ने बताया कि हमें नहीं पता कि भाजपा ने कौन-सा गठबंधन फाइनल किया है और किसकी घोषणा करने जा रहे हैं.

वहीं, पार्टी से निकाले गये नेता केसी पलनिसामी ने कहा कि भाजपा और अन्नाद्रमुक दोनों के पास ही किसी और से गठबंधन का विकल्प नहीं है. हालांकि, केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के खिलाफ नाराजगी हुई तो नतीजों का नुकसान झेलना पड़ सकता है.

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