#PulwamaAttack : पीएम मोदी ने कहा, हमने सुरक्षाबलों को पूरी छूट दे दी है, गुनहगार बच नहीं पायेंगे
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुलवामा हमले के गुनहगारों और मददगारों को बड़ी कीमत चुकानी होगी. हमने अपने सुरक्षाबलों को पूरी आजादी दे दी है और मुझे पूरा भरोसा है कि वे उचित कदम उठायेंगे. उक्त बातें प्रधानमंत्री ने आज वंदे भारत एक्सप्रेस की लॉन्चिंग के वक्त कही. उन्होंने कहा कि […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुलवामा हमले के गुनहगारों और मददगारों को बड़ी कीमत चुकानी होगी. हमने अपने सुरक्षाबलों को पूरी आजादी दे दी है और मुझे पूरा भरोसा है कि वे उचित कदम उठायेंगे. उक्त बातें प्रधानमंत्री ने आज वंदे भारत एक्सप्रेस की लॉन्चिंग के वक्त कही.
आज जो मेरी निंदा कर रहे हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं. मैं उनकी भावनाओं को समझ रहा हूं. उन्हें हक है मेरी निंदा करने का. मैं पूरे विश्व का आह्वान करता हूं कि वे आतंकवाद के विरोध में भारत के साथ खड़े रहें.
कश्मीर में झारखंड के एक और बिहार के दो बेटे भी शहीद
पुलवामा हमले के शहीदों के साथ पूरा देश खड़ा है. इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा. आज जरूरत इस बात की है कि पूरा देश एक आवाज में इस हमले का विरोध करे. आज देश का खून खौल रहा है, शहीदों के सपने व्यर्थ नहीं होंगे. आज पूरे देश में आक्रोश है. मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सज़ा अवश्य मिलेगी.” पुलवामा हमले पर सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) में भी विचार हुआ . इस जघन्य आंतकी हमले के बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तान से व्यापार में ‘सबसे तरजीही राष्ट्र (एमएफएन)’ का दर्जा वापस ले लिया है.
इस कदम के बाद भारत पड़ोसी देश से आने वाली वस्तुओं पर सीमा शुल्क बढ़ा सकेगा. यह दर्जा पाकिस्तान को 1996 में दिया गया था लेकिन पाकिस्तान ने भारत को ऐसा दर्जा नहीं दिया था. सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान का प्रमुख तरजीही राष्ट्र यानी मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया गया है. ‘वंदे भारत’ ट्रेन 18 के शुभारंभ के अवसर पर कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को यह भी लगता है कि वह ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है. उसके ये मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे. 130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसी हर साजिश, ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे. गौरतलब है कि पुलवामा में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 40 जवान शहीद हो गए जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं.
वहीं, सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि पुलवामा आतंकी हमलों के गुनाहगारों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने के लिये हर तरह के प्रयास किये जायेंगे . जेटली ने बताया कि बैठक में यह तय किया गया कि विदेश मंत्रालय पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूर्ण रूप से अलग-थलग करने के लिये कूटनीतिक पहल आरंभ करेगा. उन्होंने कहा कि साथ ही संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के विषय पर अंतरराष्ट्रीय संधि को अमलीजामा पहनाने के विषय पर पहल करना तय हुआ है. यह विषय आतंकवाद की परिभाषा को लेकर एकराय नहीं बन पाने के कारण अटका हुआ है. विदेश मंत्रालय इस विषय पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ चर्चा करेगा. गृह मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर रवाना हो गए हैं, उनके साथ कुछ अधिकारी भी जा रहे हैं.
गृह मंत्री संभवत: शनिवार को लौट आयेंगे. इसके बाद सभी राजनीति दलों के साथ चर्चा करेंगे. वहीं, प्रधानमंत्री ने कहा कि वह पुलवामा के आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उन्होंने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए हैं. दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं, उनके परिवारों के साथ हैं. मोदी ने कहा कि उनका सभी साथियों से अनुरोध है कि यह वक्त बहुत संवेदनशील और भावुक है. सभी राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें. इस हमले का देश एकजुट होकर मुकाबला कर रहा है. देश का एक ही स्वर है और यही पूरे विश्व में सुनाई देना चाहिए क्योंकि लड़ाई हम जीतने के लिए लड़ रहे हैं.