श्रीनगर/नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में मरने वाले जवानों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने 100 किलोग्राम विस्फोटक से लदे वाहन से बृहस्पतिवार को पुलवामा जिले में सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस में टक्कर मार दी.
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर के अवंतीपुरा में कुल 40 जवानों की मौत हो गई. पांच जवान घायल हैं.” हमले के बाद सीआरपीएफ ने कश्मीर घाटी और राज्य में अन्य स्थानों पर अपने सभी प्रतिष्ठानों को ‘अति सतर्कता’ बरतने का अलर्ट जारी किया है.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक आर आर भटनागर और बल के वरिष्ठ अधिकारी गृह मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में वहां जा रहे एक दल के हिस्से के तौर पर कश्मीर रवाना हो रहे हैं. उनके घायलों से भी मुलाकात करने की संभावना है जो श्रीनगर में सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती हैं.
गौरतलब है कि सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में यात्रा कर रहे थे जब आतंकवादियों ने बृहस्पतिवार को दोपहर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा के लातूमोड़ में घात लगाकर हमला किया. ज्यादातर जवान छुट्टी के बाद फिर से ड्यूटी पर लौट रहे थे.
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला श्रीनगर से करीब 20 किलोमीटर दूर हुआ. पुलिस ने फिदायीन हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में की है.
अधिकारियों ने बताया कि वह 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. घटनास्थल पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि वह सड़क के विपरीत दिशा में 100 किलोग्राम विस्फोटकों से लदा वाहन चला रहा था और उसने सामने से बस में टक्कर मार दी जिसमें 39 से 44 जवान यात्रा कर रहे थे. इस शक्तिशाली विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई. ऐसा अनुमान है कि हमले में 70-80 किलोग्राम के हाई ग्रेड विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया.