श्रीनगर/नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में मरनेवाले जवानों की संख्या बढ़कर 40 हो गयी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली में सीआरपीएफ के मुख्यालय ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) के आदेश दिये हैं.
जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने 100 किलोग्राम विस्फोटक से लदे वाहन से गुरुवार को पुलवामा जिले में सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस में टक्कर मार दी. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, जम्मू कश्मीर के अवंतिपुरा में कुल 40 जवानों की मौत हो गयी. पांच जवान घायल हैं. उन्होंने बताया कि 38 जवानों की पहचान कर ली गयी है और दो शवों की डीएनए तथा फॉरेंसिक जांच की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि मृतकों में सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी का एक जवान भी शामिल है जो काफिले के लिए राजमार्ग से अवरोध हटाने का काम कर रहा था. हमले के बाद सीआरपीएफ ने कश्मीर घाटी और राज्य में अन्य स्थानों पर अपने सभी प्रतिष्ठानों को ‘अति सतर्कता’ बरतने का अलर्ट जारी किया है तथा अपनी ईकाइयों से पूरी तरह तैयार रहने के लिए कहा है.
अधिकारी ने बताया कि घटना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) के आदेश दे दिये गये हैं. बल ने अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर भी एक संदेश पोस्ट किया है, ‘हम भूलेंगे नहीं, हम छोड़ेंगे नहीं’. सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया है, ‘हम पुलवामा हमले के अपने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं और हम अपने शहीद भाइयों के परिवारों के साथ हैं. इस वीभत्स हमले का बदला लिया जायेगा. दिल्ली में सुरक्षाबल के मुख्यालय ने भी 36 शहीद जवानों की सूची जारी की है जिनकी अब तक पहचान हुई है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक आरआर भटनागर और बल के वरिष्ठ अधिकारी गृह मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में स्थिति का आकलन करने के लिए कश्मीर पहुंच गये हैं. उनके घायलों से भी मुलाकात करने की संभावना है जो श्रीनगर में सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती हैं.
गौरतलब है कि सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में यात्रा कर रहे थे जब आतंकवादियों ने बृहस्पतिवार को दोपहर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा के लातूमोड़ में घात लगाकर हमला किया. ज्यादातर जवान छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला श्रीनगर से करीब 20 किलोमीटर दूर हुआ. पुलिस ने फिदायीन हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में की है.
अधिकारियों ने बताया कि वह 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. घटनास्थल पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि वह सड़क के विपरीत दिशा में 100 किलोग्राम विस्फोटकों से लदा वाहन चला रहा था और उसने सामने से बस में टक्कर मार दी जिसमें 39 से 44 जवान यात्रा कर रहे थे. इस शक्तिशाली विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गयी. ऐसा अनुमान है कि हमले में 70-80 किलोग्राम के हाई ग्रेड विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया.