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#PulwamaAttack : बोले PM मोदी – हमले के जिम्मेदार लोगों को भारी कीमत चुकानी होगी

नयी दिल्ली : पुलवामा में आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हमले के जिम्मेदार लोगों को इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमले का जवाब देने के लिए समय, स्थान और प्रतिक्रिया की प्रकृति पर फैसला करने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2019 10:33 PM

नयी दिल्ली : पुलवामा में आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हमले के जिम्मेदार लोगों को इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमले का जवाब देने के लिए समय, स्थान और प्रतिक्रिया की प्रकृति पर फैसला करने के लिए सुरक्षा बलों को पूरी छूट दी गयी है.

पुलवामा में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गये, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को शुक्रवार की देर शाम पालम टेक्नीकल एरिया में पुष्पचक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. शहीद जवानों के पार्थिव शरीर वायुसेना के विमान से श्रीनगर से दिल्ली लाये गये. मोदी ने पार्थिव शरीरों के ताबूतों के सामने बनाये गये एक मंच पर पुष्पचक्र चढ़ाया. बाद में शहीदों के पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक स्थल भेजा गया.

इससे पूर्व एक अन्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस हमले की वजह से देश में जितना आक्रोश है, लोगों का खून खौल रहा है, यह समझ रहा हूं. इस समय जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो स्वाभाविक हैं. हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी हुई है. हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन और उनके सरपरस्त बहुत बड़ी गलती कर गये हैं और इसके गुनाहगारों को उनके किये की सजा जरूर मिलेगी. मोदी ने कहा, इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके संरक्षकों को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के बाद भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान को दिया गया सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (एमएफएन)का दर्जा वापस ले लिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की शुक्रवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया. एमएफएन का दर्जा वापस लिये जाने से पाकिस्तान का भारत को निर्यात प्रभावित होगा. सूत्रों के अनुसार, 2017-18 में यह करीब 3,482.3 करोड़ रुपये था. बैठक की जानकारी देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में भारत की ओर से पाकिस्तान को दिया गया सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (मोस्ट फेवर्ड नेशन) का दर्जा वापस लेने का फैसला किया गया. इस बारे में वाणिज्य मंत्रालय आगे की कार्रवाई करेगा. उन्होंने बताया कि बैठक में पुलवामा आतंकवादी हमले के कारण उत्पन्न वास्तविक स्थिति का आकलन किया गया और इस बारे में गहन विचार विमर्श किया गया.

पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करने का निश्चय करने के कुछ ही घंटे बाद सरकार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संपर्क करने का कदम उठाया. ज्यादातर देशों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद संगठन के इस हमले की स्पष्ट तौर पर निंदा की है. पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़े कूटनीतिक अभियान के तहत भारत ने आतंकवाद को राजकीय नीति के औजार के रूप में इस्तेमाल करने में पाकिस्तान की भूमिका को जोर-शोर से सामने रखने के लिए पी 5 देशों अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस समेत 25 देशों के दूतों के साथ एक ब्रीफिंग की. इससे पहले विदेश सचिव विजय गोखले ने अपने दक्षिण ब्लॉक कार्यालय में भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया और हमले को लेकर सख्त आपत्तिपत्र (डिमार्शे) जारी किया.

सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को शुक्रवार अपराह्र दो बजे विदेश मंत्रालय में तलब किया और बृहस्पतिवार को पुलवामा में आतंकी हमले पर सख्त आपत्तिपत्र जारी किया.। विदेश सचिव ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त को बताया कि पाकिस्तान जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ तत्काल एवं प्रमाणिक कार्रवाई करे. सूत्रों के अनुसार, इस हमले के मद्देनजर पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भी विचार विमर्श के लिए दिल्ली बुलाया गया है. गृह मंत्रालय ने स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक बुलायी है. जम्मू शहर समेत देश के कई भागों में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हुए. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान से बदला लेने की मांग की.

सीआरपीएफ ने शुक्रवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में भयावह आतंकी हमले में शहीद हुए अपने 40 जवानों की शहादत को न तो भूलेगा और न ही माफ करेगा, बल्कि इसका बदला लेगा. देश के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, हम भूलेंगे नहीं, हम माफ नहीं करेंगेझ. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हम पुलवामा हमले में शहीद हुए अपने जवानों को सलाम करते हैं और शहीद भाइयों के परिवारों के साथ खड़े हैं. इस क्रूर हमले का बदला लिया जायेगा.

प्रधानमंत्री ने वंदे एक्सप्रेस ट्रेन 18 की शुरुआत से जुड़े एक कार्यक्रम में कहा, आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर गये हैं. मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किये की सजा अवश्य मिलेगी. उन्होंने कहा, पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर यह समझता है कि जिस तरह के कृत्य वह कर रहा है, जिस तरह की साजिशें कर रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जायेगा, तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को यह भी लगता है कि वह ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है. उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगेझ.

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में बृहस्पतिवार को शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद एक शहीद जवान को कंधा दिया. दिल्ली से यहां पहुंचते ही गृह मंत्री ने श्रद्धांजलि सभा में शिरकत की जहां 40 सीआरपीएफ जवानों की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटे ताबूतों में रखी गयीं. समारोह में उपस्थित एक अधिकारी ने बताया कि सिंह ने एक शहीद सीआरपीएफ जवान को कंधा भी दिया. इसके बाद पार्थिव देह को विमान से जम्मू कश्मीर से ले जाया गया. गृह मंत्री सिंह, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह सचिव राजीव गौबा, सीआरपीएफ महानिदेशक आरआर भटनागर, जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और अन्य लोगों ने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की. सिंह ने कहा, राष्ट्र हमारे बहादुर सीआरपीएफ जवानों के सर्वेाच्च बलिदान को नहीं भूलेगा. मैंने पुलवामा के शहीदों को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि दे दी है. बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला करार देते हुए कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत भारत को तोड़ने या बांटने में कभी सफल नहीं हो सकती तथा इस जघन्य घटना का जवाब देने के लिए की जानेवाली कार्रवाई में उनकी पार्टी सरकार के साथ रहेगी. पार्टी मुख्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगीवाले संवाददाता सम्मेलन में गांधी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी और पूरा विपक्ष इस वक्त सरकार एवं अपने सुरक्षा बलों के साथ खड़ा है. गांधी ने कहा, यह बहुत भयावह त्रासदी है. आतंकवाद का मकसद हमारे देश को तोड़ना और बांटना है, लेकिन मैं यह साफ कहना चाहता हूं कि इस देश को कोई भी शक्ति तोड़ नहीं सकती, बांट नहीं सकती. पूरा विपक्ष अपने सुरक्षा बलों और सरकार के साथ खड़ा है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें पाकिस्तान को करारा जवाब दिये जाने की मांग की गयी. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिये जाने का आह्वान किया और कहा कि शांति वार्ता के लिए समय खत्म हो चुका है और उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए.

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