पुलवामा आतंकी हमला : पाकिस्तान से 22 वर्षों के बाद भारत ने छीना मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा
नयी दिल्ली : सीआरपीएफ के काफिले पर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान को अलग-थलग करने के प्रयास शुरू कर दिये हैं. अपनी धरती से आतंकी गतिविधियों को संचालित करने की पाकिस्तान की नीति को उजागर करने के लिए भारत ने दुनिया के कई बड़े […]
नयी दिल्ली : सीआरपीएफ के काफिले पर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान को अलग-थलग करने के प्रयास शुरू कर दिये हैं. अपनी धरती से आतंकी गतिविधियों को संचालित करने की पाकिस्तान की नीति को उजागर करने के लिए भारत ने दुनिया के कई बड़े देशों से संपर्क किया है.
इसी कड़ी में विदेश सचिव विजय गोखले ने पी -5 देशों- अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन व फ्रांस समेत 25 देशों के दूतों के साथ ब्रीफिंग की. सभी ने पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद संगठन के इस हमले की निंदा की है. रूस, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, सऊदी अरब, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया और बांग्लादेश जैसे देशों आतंक की लड़ाई में भारत के साथ चलने का एलान किया है.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई ‘कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी’ में पाकिस्तान को मिले ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ के दर्जे को 22 वर्षों बाद खत्म करने का निर्णय लिया गया. वहीं, विदेश सचिव विजय गोखले ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद को अपने कार्यालय में तलब कर जैश के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने को कहा है. दूसरी तरफ पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त को इस जघन्य आतंकी हमले के मद्देनजर विचार-विमर्श के लिए दिल्ली बुलाया गया है.
मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा लेने का असर : वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन में शामिल वह देश, जो उसके जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ एंड ट्रेड का हिस्सा है. सदस्य राष्ट्र आपस में एक-दूसरे को कस्टम ड्यूटी में राहत के लिहाज से यह दर्जा देते हैं. साथ ही व्यापार की शर्तें भी एक जैसी होती हैं.यह पूरी तरह से कारोबार से जुड़ा मसला है. इस स्टेटस को वापस लेने के का अर्थ यह है कि पाक से आने वाले सामान पर कस्टम ड्यूटी को भारत अब किसी भी स्तर तक बढ़ा सकता है.
सरकार के पांच फैसले
पाक से छीना एमएफएन का दर्जा
भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है. यानी अभी तक पाकिस्तान को भारत के साथ ट्रेड करने में जो छूट मिलती है, वह बंद हो जायेगी.
पाक होगा अलग-थलग
विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक को अलग-थलग करने के लिए सभी देशों से बात शुरू कर दी है. दुनिया के सामने पाकिस्तान के आतंक परस्ती चेहरे का पर्दाफाश किया जायेगा.
आतंक की परिभाषा बदलेगी
1986 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद की परिभाषा बदलने के लिए जो प्रस्ताव भी दिया था. उसे पास करवाया जायेगा. इसे पास करवाने के लिए अन्य देशों को भी विश्वास में लिया जायेगा.
विपक्षी दलों संग चर्चा
गृह मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को सर्वदलीय बैठक करेंगे. बैठक में पुलवामा हमले पर विपक्षी पार्टियों से विस्तार से चर्चा करेंगे.
जवानों को मिली खुली छूट
सरकार ने दो टूक कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ खुली जंग छेड़ दी गयी है. सुरक्षा बलाें को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गयी है.
भारत के पास पांच विकल्प
पाक संग सांस्कृतिक, व्यापारिक रिश्ते खत्म करे
भारत व पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक व पर्सन टू पर्सन रिश्तों पर रोक लगा दी जाये. इसके तहत भारत में पाकिस्तानी कलाकारों, मूवी, सीरियल पर रोक. इसके अलावा समझौता ट्रेन, बस और हवाई यात्रा पर रोक.
2016 की तरह सर्जिकल स्ट्राइक
उड़ी हमले के जवाब में भारत ने जिस तरह साल 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक किया था, अब उससे बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक कर पीओके के आतंकी अड्डों को पूरी तरह से खत्म करने का कदम उठाया जा सकता है.
अपनी ओर से पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करे
भारत अपनी तरफ से पाक को आतंकी राष्ट्र घोषित करे. अन्य देशों को भी पाक पर प्रतिबंध, विदेशी फंडिंग पर रोक लगाने के लिए कह सकता है. बहुराष्ट्रीय कंपनियों से भारत कह सकता है कि वह भारत या पाकिस्तान, दोनों में से किसी एक देश में कारोबार करे.
नदियों का पानी करे बंद
पाकिस्तान को सबक सिखाने का एक तरीका यह भी है कि भारत सिंधु, झेलम जैसी पाकिस्तान तक जाने वाली नदियों का पानी रोक दे. जब पाक जल को तरसेगा, तो उसे सबक मिलेगा और वह आतंकी अड्डों को नष्ट करेगा.
सीमा पर सख्त कार्रवाई
पाक से सीमा पर बाड़ेबंदी और अन्य उपायों से घुसपैठ के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये. सीमा पर सैनिकों की तैनाती व हथियार की संख्या बढ़ाकर आतंकियों पर सीधी कार्रवाई. तलाशी अभियान चलाकर आतंकियों का चुन-चुन कर खात्मा.