पीएम मोदी ने कहा – पुलवामा हमले ने दिखाया कि पाकिस्तान से बातचीत का समय खत्म
नयी दिल्ली/जयपुर : पुलवामा आतंकी हमले के बाद बदला लिये जाने की देशभर में उठ रही मांग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान से बातचीत का समय अब खत्म हो गया है. वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राजग सरकार जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी. […]
नयी दिल्ली/जयपुर : पुलवामा आतंकी हमले के बाद बदला लिये जाने की देशभर में उठ रही मांग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान से बातचीत का समय अब खत्म हो गया है. वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राजग सरकार जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी.
दोनों शीर्ष भाजपा नेताओं का यह बयान ऐसे समय आया जब शिवसेना ने कहा कि 40 सीआरपीएफ कर्मियों की शहादत का बदला लेने के लिए यह पाकिस्तान पर हमले का समय है और षड्यंत्रकारियों को सबक सिखाने का प्रधानमंत्री का आश्वासन उनकी कार्रवाई में परिलक्षित होना चाहिए. विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि भारत सीआरपीएफ के काफिले पर हाल में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए समय और जगह का चयन करेगा क्योंकि इसे पूरी तरह योजनाबद्ध और सोचा समझा होना चाहिए. पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षा बल किस तरह की योजना बना रहे हैं, यह उनके संज्ञान में तो नहीं है, पर सफलता पाने के लिए कोई युद्ध, युद्ध जैसी या दंडात्मक कार्रवाई की योजना निश्चित ही होनी चाहिए. यह पूरी तरह ठंडे दिमाग से बने और साथ ही जल्दबाजी से बचना होगा. सिंह ने कहा, यहां तक कि ओसामा बिन लादेन को भी एक दिन में ही नहीं मार दिया गया, जबकि अमेरिका जानता था कि वह पाकिस्तान में छिपा है. हमें भी ‘देखो और इंतजार करो’ पर अमल करना होगा और सुरक्षाबलों को समर्थन देना होगा.
भारत की यात्रा पर आये अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री के साथ चर्चा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पुलवामा में हुआ क्रूर आतंकवादी हमला यह दिखाता है कि अब बातों का समय निकल चुका है. अब सारी दुनिया को आतंकवाद और उसके समर्थकों के विरुद्ध एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री ने मैक्री की मौजूदगी में प्रेस को दिए बयान में कहा कि आतंकवादियों और उनके मानवता विरोधी समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई से हिचकना भी आतंकवाद को बढ़ावा देना है. मोदी ने कहा कि वह और राष्ट्रपति मैक्री इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए बहुत गंभीर खतरा है.
वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जयपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा नीत सरकार जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी. जम्मू कश्मीर के पुलवामा में तथा उसके बाद कुछ और सैनिकों के शहीद होने का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि आज पूरा देश शहीद सैनिकों के परिवारों के साथ चट्टान की तरह खड़ा है. उन्होंने कहा, इन जवानों ने हमारी सेना, हमारे सुरक्षाबलों की वीरता की परंपरा को आगे बढ़ाने का जो काम किया है, उस पर मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार इनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी. इनके बलिदान का निश्चित रूप से माकूल जवाब हमारी सेना के जवानों के द्वारा दिया जायेगा. शाह ने कहा, मुझे भरोसा है कि पुलवामा में हुए कायराना हमले का मुंहतोड़ जवाब सेना अपने तरीके से निश्चित रूप से देगी. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों में भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो आतंकवाद के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति अपनाती है.
शाह ने कहा, दुनियाभर के नेता आतंकवाद के खिलाफ हैं, लेकिन आतंकवाद का जवाब देने, इससे निपटने की जितनी राजनीतिक इच्छाशक्ति हमारे नेता नरेंद्र मोदी में है, उतनी विश्व के किसी नेता में नहीं है. जनरल (अवकाशप्राप्त) वीके सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय रूप से अलग-थलग पड़ गया है. उन्होंने कहा कि 40 से अधिक देशों ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े बयान जारी किये हैं. शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि कोई भी राजनीतिक लहर न तो कश्मीर मुद्दा सुलझा पायी और न ही जवानों की हत्या रोक पायी.
केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि अब समय आ गया है कि जवानों की हत्या का बदला लेने के लिए पाकिस्तान पर हमला किया जाये. साथ ही पार्टी ने कहा कि पुलवामा हमले के दोषियों से निपटने का प्रधानमंत्री का आश्वासन उनकी कार्रवाइयों में परिलक्षित होना चाहिए. उद्धव ठाकरे की अगुवाईवाली पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए अपनी पीठ थपथपाई है, लेकिन पड़ोसी देश भारतीय जमीन पर अब भी आतंकवादी हमले कर रहा है. शिवसेना ने उरी में सेना के ठिकानों पर हुए हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा पर 2016 में आतंकवादी ठिकानों पर किये गये सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा, लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि वास्तविक सर्जिकल स्ट्राइक क्या है. जिस तरह अमेरिका ने पाकिस्तान में घुसकर (अलकायदा प्रमुख) ओसामा बिन लादेन को (अमेरिका में 9/11 के आतंकवादी हमले के लिए) मारा, वह सर्जिकल हमला कहलाता है.
पार्टी ने कहा, यह राजनीतिक विरोधियों पर सर्जिकल हमला करने का समय नहीं है, बल्कि यह पाकिस्तान पर हमला करने और हमारे जवानों की हत्या का बदला लेने का समय है. प्रधानमंत्री ने बदला लेने की बात की है, अब उनकी यह कथनी करनी में बदलनी चाहिए. इस बीच, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पुलवामा हमले में जवानों की शहादत पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की और कहा कि वह इंतजार क्यों कर रही है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, हम हर रोज अपने वीर जवानों की शहादत की खबरें सुनते हैं और भाजपा के नेता मुस्कराते हुए उनकी अंतिम संस्कार यात्रा में शामिल होते हैं. सरकार इंतजार क्यों कर रही है.