नयी दिल्ली : भारत और अर्जेंटीना ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों से मुकाबला करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए सोमवार को जोर दिया कि आतंकवादियों, आतंकी संगठनों और उनके नेटवर्क तथा ऐसे आतंकियों एवं समूहों को प्रोत्साहन, समर्थन, वित्तीय सहयोग और पनाहगाह प्रदान करनेवालों के खिलाफ कड़े कदम उठाये जाने चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की यात्रा पर आये अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री ने सोमवार को आतंकवाद सहित आपसी सहयोग के विविध आयामों पर व्यापक चर्चा की. दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद आतंकवाद से संषर्घ पर भारत-अर्जेंटीना विशेष घोषणा को अंगीकार किया गया. दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर समग्र संयुक्त राष्ट्र संधि के लिये समर्थन व्यक्त किया जिससे अतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग के लिए ढांचे को मजबूत बनाया जा सकेगा. घोषणा में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने आह्वान किया कि किसी भी देश को किसी दूसरे देश के खिलाफ आतंकी हमलों के लिये अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए. इसमें कहा गया है कि अर्जेंटीना जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए बर्बर आतंकी हमले की कड़े शब्दो में निंदा करता है जिसमें 40 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और अनेक घायल हो गये. अर्जेंटीना इस घटना में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता है जिन्होंने इस बर्बर आतंकी हमले में सर्वस्व न्योछावर किया.
घोषणा में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि आतंकवाद विश्व शांति और स्थिरता के मार्ग में गंभीर खतरा उत्पन्न करता है और इस बुराई से निपटने के लिए वैश्विक समुदाय के समन्वित कार्रवाई की जरूरत बतायी. दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादी कृत्यों को किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता है, साथ ही सीमापार आतंकवाद की बुराई को रेखांकित किया. दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद से एक स्वर और संकल्प के साथ मुकाबला किया जाना चाहिए. इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने जोर दिया कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आतंकी संगठनों को व्यापक संहार के हथियार या प्रौद्योगिकी या वित्तीय मदद हासिल नहीं हो सके, साथ ही विशेष बहुस्तरीय मंच पर सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता प्रकट की.
घोषणा में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने जोर दिया कि आतंकवाद एक वैश्विक बुराई है और इससे मुकाबला किये जाने के साथ दुनिया के हर हिस्से से आतंकवादियों के पनाहगाह को खत्म किया जाना चाहिए. दोनों पक्षों ने संकल्प व्यक्त किया कि भारत और अर्जेंटीना मानवता के समक्ष इस गंभीर चुनौती बने आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्प के तहत सूचीबद्ध समूहों से आतंकी खतरों से निपटने में सहयोग मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की.