बेंगलुरु : एशिया के सबसे बड़े मिलिट्री एविएशन शो ऐरो इंडिया 2019 का आगाज बुधवार को हो चुका है. 20-24 फरवरी तक चलने वाले इस एयर शो का रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण के लिए एक बड़े बाजार की पेशकश करता है. सीतारमण ने निवेशकों को एयरोस्पेस और अन्य क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जिससे भारत में विनिर्माण में मदद मिल सके.
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#WATCH: #Rafale combat aircraft fly at low speed to pay tribute to Wing Commander Sahil Gandhi who lost his life yesterday in a mid-air collision during rehearsal in a Surya Kiran Aerobatics Team's aircraft. pic.twitter.com/OGC3WPPAfM
— ANI (@ANI) February 20, 2019
उद्घाटन के बाद बेंगलुरु के आसमान में पहली बार राफेल विमान उड़ान भरता हुआ नजर आया और आसमान में करतब दिखाये. राफेल के अलावा करतब दिखाने वाले सुखोई और तेजस जैसे अन्य फाइटर जेट और सारंग हेलिकॉप्टरों ने वहां उपस्थित लोगों का उत्साह दोगुना कर दिया.
मंगलवार को बेंगलुरु में हादसे के शिकार हुए सूर्य किरण एयरबैटिक्स टीम के पायलट विंग कमांडर साहिल गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए धीमी गति से राफेल विमान ने उड़ान भरा.
रक्षा मंत्री ने एयरोस्पेस और अन्य क्षेत्रों में निवेशकों को किया आमंत्रित
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने निवेशकों को रक्षा निर्माण के बड़े बाजार भारत में एयरोस्पेस और अन्य क्षेत्रों में निवेश करने के लिए बुधवार को आमंत्रित किया. सीतारमण ने एयरो इंडिया 2019 के उद्घाटन के दौरान ‘मेक इन इंडिया’ की मजबूत वकालत की और रक्षा निर्माण में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी देने समेत सरकार के उठाए कई कदमों का जिक्र किया. एशिया के प्रमुख एयर शो का 12वां संस्करण यहां येलाहांका में आयोजित किया जा रहा है. रक्षा मंत्री ने एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्रों में संभावनाओं की बात करते हुए कहा कि मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) संयुक्त उपक्रम साझीदार खोज सकते हैं ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके. उन्हें बंधा बंधाया बाजार मिल सकता है और वे भारत से निर्यात कर सकते हैं. सीतारमण ने यह भी कहा कि पिछले चार साल में और मौजूदा वित्त वर्ष में सशस्त्र बलों के लिए रक्षा उपकरण की खरीदारी के लिए भारतीय विक्रेताओं के साथ करीब 1,27,500 करोड़ रुपये के 150 अनुबंधों पर हस्ताक्षर किये गये हैं.
एक दिन पहले हुआ हादसा
पांच दिन चलने वाला समारोह सादे तरीके से आरंभ हुआ. समारोह के उद्घाटन से एक दिन पहले ही भारतीय वायु सेना की हवाई करतब टीम सूर्य किरण के दो विमान हवा में टकरा गए थे. एयरो इंडिया कार्यक्रम के रिहर्सल के दौरान हुए इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई थी और दो घायल हो गए थे जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया था. इस द्विवार्षिक समारोह में भारतीय वायु सेना अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेगी. यह समारोह विमानन कंपनियों, रक्षा क्षेत्र और सरकार को नये समझौते करने के लिए मंच भी मुहैया कराएगा.
इसलिए हुआ विवाद
एयरो एंडिया का मौजूदा संस्करण उत्तर प्रदेश में कथित तौर पर स्थानांतरित किये जाने की खबरों के कारण विवादों में घिर गया था. इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया था. इन खबरों को लेकर राज्य में कांग्रेस-जद(एस) नीत सरकार ने भाजपा नीत केंद्र पर निशाना साधा था. एयरो इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट में कहा गया है कि इस दौरान कुल 61 विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा और 403 प्रदर्शक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.